रायपुर: देश और दुनिया के सबसे बड़े आतंकी हमलों में शुमार रहा 15 साल पहले मुंबई पर हुआ आतंकी हमला जिसे हम सभी 26/11 के नाम से जानते है। इस हमले में पुलिस और सुरक्षाबलों समेत करीब 180 से ज्यादा बेगुनाहों ने अपनी जान गंवाई थी। (Devika Rotawan 26/11 Victim In Raipur) वही पुलिस की मुठभेड़ में नौ आतंकी भी मारे गए थे। महज एक आतंकी अजमल आमिर कसाब जिन्दा पकड़ा गया था जिसे बाद में कानूनी तरीके से फांसी दे दी गई।
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आज हम इस पूरे हमले का जिक्र इसलिए कर रहे है क्योंकि आज हमारे साथ है हमले के इस दर्दनाक और भयानक मंजर को अपनी आँखों से देखने वाला और आतंकियो के गोली का शिकार होने वाला रोटवान परिवार। रोटवान परिवार की बेटी देविका रोटवान वही लड़की है जिसने चाँद कदम दूर से कसाब को गोलियां बरसाते हुए देखा था। कसाब ने उसपर भी गोलियां बरसाई थी लेकिन खुशनसीबी ऐसी रही कि वह बच गई। वही बाद में कसाब को फांसी के फंदे तक पहुँचाने और उसे उसके किये की सजा दिलाने में देविका ने अहम् भूमिका निभाई। (Devika Rotawan 26/11 Victim In Raipur) देविका की गवाही के बाद ही कसाब को देश की अदालत ने सैकड़ो मासूमों का कातिल माना था और उसे सजा-ए-मौत दी थी। हमरे रिपोर्टर संदीप शुक्ला ने रोटवान परिवार से बातचीत की और उस पूरे मंजर के बाद के हालात को जानने कि कोशिश की। देखें पूरे बातचीत