रायपुर: Demand to remove B.Ed teachers from schools: छत्तीसगढ़ के डीएड डिग्री धारी अभ्यर्थियों ने आज से राजधानी रायपुर में तूता धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से अपने पक्ष में फैसला आने के बाद प्रदेश में इसे लागू करने की मांग कर रहे हैं। हजारों की संख्या में डीएड अभ्यर्थी आज रायपुर में जुटे और सरकार से हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट के आदेश को लागू करने की मांग की।
अभ्यर्थियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को आए हुए 1 माह से ज्यादा समय बीत चुका है। उसके बावजूद सरकार उन्हें 2023 के शिक्षक भर्ती में बीएड धारियों की जगह नियुक्ति देने की कार्रवाई नहीं कर रही है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि सरकार जल्द से जल्द कोर्ट का आदेश लागू करें, और उन्हें नियुक्ति दें।
आपको बता दें कि इसी साल 2 अप्रैल को हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि प्राइमरी स्कूल यानी क्लास 1 से 5 तक के लिए शिक्षकों की भर्ती डीएड वालों की ही होगी। बीएड धारियों की इन पदों पर नियुक्ति नियम के विरुद्ध है। हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहरा दिया। साथ ही 6 सप्ताह के भीतर, बीएड अभ्यर्थियों की भर्ती निरस्त कर उनकी जगह पर डीएड डिग्री धारी अभ्यर्थियों की नियुक्ति करने को कहा था।
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वहीं इस मामले में अब तक राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। इसे लेकर इन डीएड डिग्री धारी अभ्यर्थियों ने आज से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। अब देखना होगा कि राज्य सरकार आगे क्या कदम उठाती है।