CM Bhupesh opened Chhattisgarh first cyber police station: रायपुर। आज के आधुनिक समय में लोगों के लिए इंटरनेट बेहद ही जरूरी हो गया है। वहीं इसकी बढ़ती जरूरत को देखते हुए साइबर सुरक्षा की भी आवश्यकता बढ़ गई है। आज के वर्तमान समय में ऑनलाइन धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग, धमकी, स्पैमिंग, भड़काने वाले कमेंट्स, हैकिंग आदि बहुत ही आम समस्याएं हो गई हैं। इससे निपटने के लिए और प्रदेश में शांति व सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी है। प्रदेश की सुरक्षा और रक्षा ही भूपेश सरकार का पहला कर्तव्य बनता है। इसी कड़ी में सीएम बघेल ने प्रदेश में अपराध पर नियत्रंण के लिए छत्तीसगढ़ का पहला साइबर थाना रायपुर रेंज में गंज थाना परिसर में खोला गया। सीएम बघेल की इस विशेष पहल से प्रदेशवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।
Read more: हमर महतारी… हमर जिम्मेदारी! काम आई कका की शपथ… महिलाओं के खिलाफ अपराध कम हुई 50 प्रतिशत
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि शांति और सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस सेवा की अहम भूमिका होती है। इसे ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ में पुलिस सेवा को सुदृढ़ बनाने हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इसके तहत उन्हें बेहतर वातावरण, बेहतर सुविधाएं तथा बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के लिए विशेष जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य शासन द्वारा पुलिस बल के आधुनिकीकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के अंतर्गत आज आधुनिक कंपोजिट इंडोर फायरिंग रेंज ‘लक्ष्य’ का उद्घाटन करते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। इससे पुलिस बल की ताकत तथा क्षमता और बढ़ जाएगी तथा वे बेहतर तरीके से अपने दायित्वों का निर्वहन कर पाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि पिछले पौने पांच वर्षों के दौरान आप लोगों ने प्रदेश की शांति और सुरक्षा को कायम रखने की दिशा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिसके परिणाम स्वरूप हमारे राज्य की कानून व्यवस्था अन्य राज्यों से बेहतर है, यह राज्य में पुलिसिंग सेवा की महत्वपूर्ण उपलब्धि रही है।
भूपेश सरकार ने विकास के साथ-साथ छत्तीसगढ़ वासियों की सुरक्षा के लिए कई विशेष कदम उठाए हैं। साथ ही भूपेश सरकार द्वारा पुलिसिंग सेवा को अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस करते हुए और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है। वहीं सीएम भूपेश ने प्रदेशवासियों के लिए महिला हेल्प डेस्क व पुलिस इकाइयों के लिए 155 लाइट मोटर वाहन बुलेरो और महिला अपराधों के रोकथाम के लिए 66 दोपहिया वाहन स्कूटी, ट्रांजिस्ट हॉस्पिटल की सौगात दी है। साइबर सुरक्षा को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि अब साइबर क्राइम का जमाना आ गया है। यदि पुलिस दो कदम आगे ना सोचे तो क्राइम को नहीं रोका जा सकता। सोच में बदलाव होने की आवश्यकता है। 6 करोड़ 67 लाख के बजट से फायरिंग रेंज लक्ष्य बनाया गया है। इंडोर फायरिंग रेंज से दुर्घटना की संभावना कम है।
विधानसभा चुनाव से पहले सीएम बघेल के इस बड़े तोहफे से प्रदेशवासियों को काफी राहत मिली है। सीएम बघेल की विशेष पहल से सरगुजा संभाग में पहला साइबर थाना बनने से सरगुजा के आम लोगों को बहुत ही फायदा होने वाला है। सरगुजा संभाग के पहले साइबर थाना के उद्घाटन के साथ ही पूरे प्रदेश में चार साइबर थानों का भी शुभारंभ हुआ। भूपेश सरकार के इस बड़े कदम से साइबर क्राइम पर कुछ अंकुश तो जरूर ही लगेगा। वहीं भूपेश सरकार के कार्यकाल से पहले ऑनलाइन फ्रॉड होने के बाद प्रार्थी को थाने के चक्कर लगाने होते थे। लेकिन अब भूपेश कका के राज में प्रत्येक नागरिक को किसी भी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
सीएम बघेल की विशेष पहल से अब सीधे साइबर के रेंज थाने में अपराध दर्ज कर विवेचना की जाएगी। इससे सही समय पर फ्रॉड के पैसे को होल्ड करवाना, आरोपी को पकड़ना बैंक से जानकारी जुटाना सहित अन्य काम होंगे। वहीं 24 घंटे यहां सुविधा उपलब्ध रहेगी। ऑनलाइन शिकायत भी तत्काल दर्ज की जाएगी। जिला और रेंज के लिए अलग-अलग टीआई रहेंगे। साइबर फ्राड के लिए अलग टीम का करेगी। वहीं फाइनेंसियल फ्राड के लिए दूसरी टीम रहेगी, जिसके लिए अलग-अलग कक्ष बनाए जाएंगे। पूछताछ कक्ष, हेल्प डेस्क और लॉकअप रूम होगा।
CM Bhupesh opened Chhattisgarh first cyber police station: सरगुजा के इस साइबर थाने के अंतर्गत 6 जिले आयेंगे। इस थाने से 6 जिले के लोगों को तो सीधा फायदा होगा। इसके साथ ही अन्य जिले के लोगों को भी इसका कुछ लाभ मिलेगा। इस साइबर थाने में एक थाना प्रभारी सहित 10 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है जो सभी साइबर संबंधित कार्यों में दक्ष हैं इस थाने के अंदर 6 जिले आएंगे। पीड़ित हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से अपनी शिकायत थाने में दर्ज करा सकते हैं। वहीं देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में साइबर क्राइम के केस बहुत ज्यादा बढ़ गए है वहीं साइबर थाने या इस तरह के अपराध की जांच करने वाली एजेंसियां भी बहुत ही कम संख्या में हैं। भूपेश सरकार के इस तरह के प्रयासों से आम जनता को बहुत ही राहत मिलेगी। साथ ही ये उम्मीद है कि भूपेश सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ पुलिस के ऐसे प्रयासों से साइबर अपराधी की कमर टूटेगी।