Publish Date - January 20, 2025 / 06:14 PM IST,
Updated On - January 20, 2025 / 06:14 PM IST
Chhattisgarh State Wildlife Board Meeting Updates : रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य वन्यजीव बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक आज मंत्रालय में संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने की। बैठक में वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए।
अचानकमार टाइगर रिजर्व को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने की योजना पर चर्चा की गई। यहां पर्यटकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा, जिससे यह स्थान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आकर्षण का केंद्र बन सके।
जंगल सफारी के शावकों का नामकरण
Chhattisgarh State Wildlife Board Meeting Updates : रायपुर की जंगल सफारी में जन्मे तीन सफेद बाघ शावकों को नए नाम दिए गए। इन शावकों को ध्रुव, विजया और हिमाद्री नाम दिया गया, जो इनकी पहचान और विशेषता को दर्शाते हैं।
सीतानदी-उदंती अभ्यारण्य में बाघ संरक्षण
बैठक में निर्णय लिया गया कि सीतानदी और उदंती अभ्यारण्य में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए उन्हें यहां पुनर्वासित किया जाएगा। यह कदम वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
हाथियों के प्रबंधन के लिए कुमकी हाथियों की संख्या में बढ़ोतरी
Chhattisgarh State Wildlife Board Meeting Updates : हाथियों के बेहतर प्रबंधन और मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के उद्देश्य से कुमकी हाथियों (प्रशिक्षित हाथी) की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया। इससे जंगली हाथियों पर नियंत्रण रखने में आसानी होगी और उनके संरक्षण में मदद मिलेगी। बैठक में लिए गए ये निर्णय न केवल राज्य के वन्यजीव संरक्षण में मील का पत्थर साबित होंगे, बल्कि पर्यटकों को भी नई और बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगे।
1. अचानकमार टाइगर रिजर्व को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए कौन-कौन सी सुविधाएं जोड़ी जाएंगी?
अचानकमार टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाएं जैसे उन्नत ट्रैकिंग सिस्टम, गाइडेड सफारी, इको-फ्रेंडली आवास, और सूचना केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
2. जंगल सफारी के तीन सफेद बाघ शावकों के नाम क्या हैं?
इन शावकों के नाम ध्रुव, विजया और हिमाद्री रखे गए हैं। ये नाम उनकी विशेषताओं और पहचान को दर्शाते हैं।
3. सीतानदी-उदंती अभ्यारण्य में बाघ संरक्षण के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
इस अभ्यारण्य में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए पुनर्वास कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसमें बाघों के लिए सुरक्षित और अनुकूल आवास विकसित किया जाएगा।
4. कुमकी हाथियों की संख्या बढ़ाने का उद्देश्य क्या है?
कुमकी हाथियों की संख्या बढ़ाने का उद्देश्य मानव-हाथी संघर्ष को कम करना और जंगली हाथियों के प्रबंधन को आसान बनाना है।
5. छत्तीसगढ़ में वन्यजीव संरक्षण के इन कदमों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों की सुरक्षा, उनकी संख्या में वृद्धि, पर्यावरण संतुलन बनाए रखना, और राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करना है।