CG Municipal Election 2025: 31 दिसंबर को छत्तीसगढ़ में लागू होगी आदर्श आचार संहिता?.. कांग्रेस ने दी कोर्ट जाने की चेतावनी, पढ़ें क्या है सरकार की प्लानिंग..

राज्य सरकार केंद्र सरकार की "वन नेशन, वन इलेक्शन" योजना को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है, इसलिए नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को एक साथ कराने की योजना बनाई गई है।

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  • Publish Date - December 25, 2024 / 07:49 PM IST,
    Updated On - December 25, 2024 / 07:49 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में इस बार नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ होने की संभावना जताई जा रही है। मुख्यमंत्री से लेकर राज्य सरकार के अन्य मंत्रियों ने कई मंचों पर इस बात का संकेत दिया है। (Chhattisgarh me kab honge nagriya nikay ke chunav?) विधानसभा में इस संबंध में एक संशोधन विधेयक भी पारित किया जा चुका है। खबरों के अनुसार, 31 दिसंबर तक आचार संहिता लागू हो सकती है और राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।

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CG Municipal Election 2025 Full Update in Hindi

दरअसल, राज्य सरकार केंद्र सरकार की “वन नेशन, वन इलेक्शन” योजना को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है। इसी कारण, नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को एक साथ कराने की योजना अंतिम चरण में है। विधानसभा में पारित नगरीय निकाय संशोधन विधेयक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। पहले यह माना जा रहा था कि पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया के कारण चुनाव अप्रैल के मध्य तक टल सकते हैं, लेकिन 30 दिसंबर को आरक्षण पूरा करने के आदेश ने इस संभावना को खत्म कर दिया।

आचार संहिता और चुनाव की तैयारियां

राज्य निर्वाचन आयोग और प्रशासनिक सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, आचार संहिता 31 दिसंबर तक लागू हो सकती है। यदि ऐसा होता है, तो नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव लगभग डेढ़ महीने के अंदर संपन्न कराए जा सकते हैं। अनुमान है कि चुनाव 20 से 22 फरवरी 2025 तक संपन्न हो जाएंगे। (Chhattisgarh me kab honge nagriya nikay ke chunav?) इसके पीछे प्रशासनिक तैयारियों के साथ-साथ राजनीतिक कारण भी बताए जा रहे हैं, जिनमें समय का सही प्रबंधन और चुनावी प्रक्रिया में कोई अड़चन नहीं आना प्रमुख है।

कांग्रेस का विरोध और तर्क

नगरीय निकाय संशोधन विधेयक के आधार पर इन दोनों चुनावों को एक साथ कराने का निर्णय लिया गया है, लेकिन कांग्रेस ने इसका विरोध किया है। कांग्रेस का कहना है कि 74वें संविधान संशोधन के तहत यह व्यवस्था राज्य सरकार के दायरे में नहीं आती, और विधानसभा इसे बदल नहीं सकती। कांग्रेस ने सदन में इस विधेयक का विरोध किया था और कोर्ट जाने की धमकी दी थी। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि सरकार चुनाव में देरी करती है, तो कांग्रेस कोर्ट से स्टे प्राप्त कर सकती है, जिससे सरकार की प्रतिष्ठा को नुकसान होगा। ऐसे में चुनाव जल्दी कराना सरकार के लिए जरूरी हो गया है।

इस प्रकार, सरकार की बयानबाजी और चुनाव संबंधी तैयारियों से यह साफ है कि छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव जल्द ही एक साथ कराए जाएंगे। (Chhattisgarh me kab honge nagriya nikay ke chunav?) सरकार कांग्रेस के विरोध और कानूनी चुनौती को गंभीरता से ले रही है, और चुनाव को जल्द संपन्न कराने की पूरी कोशिश कर रही है।

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अब प्वाइंट्स में पढ़ें पूरी चुनावी खबर

आचार संहिता कब लागू होगी छत्तीसगढ़ में?

खबरों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में आचार संहिता 31 दिसंबर 2024 तक लागू हो सकती है, और राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है।

नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ क्यों हो रहे हैं?

राज्य सरकार केंद्र सरकार की “वन नेशन, वन इलेक्शन” योजना को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है, इसलिए नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को एक साथ कराने की योजना बनाई गई है।

क्या कांग्रेस ने चुनावों के एक साथ होने का विरोध किया है?

हां, कांग्रेस ने नगरीय निकाय संशोधन विधेयक के तहत इन दोनों चुनावों को एक साथ कराने का विरोध किया है। (Chhattisgarh me kab honge nagriya nikay ke chunav?) उनका कहना है कि 74वें संविधान संशोधन के तहत यह व्यवस्था राज्य सरकार के दायरे में नहीं आती।

छत्तीसगढ़ में चुनाव कब तक संपन्न हो सकते हैं?

अनुमान है कि छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव 20 से 22 फरवरी 2025 तक संपन्न हो जाएंगे।

कांग्रेस के विरोध के बावजूद चुनाव क्यों जल्दी कराए जा रहे हैं?

कांग्रेस के विरोध और कानूनी चुनौती के बावजूद, सरकार के लिए चुनाव जल्दी कराना जरूरी हो गया है ताकि चुनावी प्रक्रिया में कोई अड़चन न आए और सरकार की प्रतिष्ठा को नुकसान न हो।

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