Chhattisgarh govt latest order on B.Ed Assistant Teachers: रायपुर: बी.Ed सहायक शिक्षकों की नौकरी को लेकर हाईकोर्ट के आदेश के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने DPI (जन शिक्षा विभाग) को निर्देश दिया है कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार D.Ed अभ्यर्थियों को यह नौकरी प्रदान की जाए।
दूसरी ओर, बी.Ed सहायक शिक्षकों का आंदोलन रायपुर में पूरी तरह से उफान पर है। शुक्रवार को आंदोलनकारियों ने सामूहिक मुंडन किया था, और इसके बाद वे लगातार चार दिनों से पानी में डूबकर हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे। इस दौरान ठंड के प्रभाव से चार बी.Ed सहायक शिक्षकों की तबियत भी खराब हो गई थी।
Chhattisgarh govt latest order on B.Ed Assistant Teachers: जैसे ही इस आंदोलन की खबर स्थानीय प्रशासन को मिली, वे बी.Ed सहायक शिक्षकों से बातचीत करने के लिए मौके पर पहुंचे। हालांकि, यह वार्ता पूरी तरह से बेनतीजा रही। बी.Ed सहायक शिक्षक किसी बड़े जनप्रतिनिधि को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
इस नए आदेश के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि बी.Ed सहायक शिक्षकों का आंदोलन और भी तीव्र हो सकता है और यह लंबी अवधि तक जारी रह सकता है।
B.ed सहायक शिक्षक मन के जल सत्याग्रह || हमर बानी हमर गोठ@rajesh13june | #Bed | #Chhattisgarh
— IBC24 News (@IBC24News) December 30, 2024
छत्तीसगढ़ सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद D.Ed अभ्यर्थियों को बी.Ed सहायक शिक्षकों की नौकरी प्रदान करने का निर्णय लिया है। राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने DPI (जन शिक्षा विभाग) को इस आदेश के तहत निर्देश दिए हैं।
बी.Ed सहायक शिक्षक अपनी नियुक्तियों को लेकर विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि D.Ed अभ्यर्थियों को उनकी नौकरी दी जाएगी। आंदोलनकारियों ने अपनी मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन किया है।
आंदोलनकारियों ने रायपुर में सामूहिक मुंडन किया था और फिर पानी में डूबकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस दौरान ठंड के प्रभाव से चार बी.Ed सहायक शिक्षकों की तबियत खराब हो गई थी।
हां, जब प्रशासन को आंदोलन की जानकारी मिली, तो उन्होंने बी.Ed सहायक शिक्षकों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। शिक्षक किसी बड़े जनप्रतिनिधि को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
हां, इस नए आदेश के बाद बी.Ed सहायक शिक्षकों का आंदोलन और तीव्र हो सकता है, और संभावना है कि यह आंदोलन लंबी अवधि तक जारी रहे।