Chhattisgarh Congress dispute : रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हार के बाद क्लेश या कहें बवाल जारी है..हर दिन एक नया नेता विरोध का मोर्चा खोलकर हार का ठीकरा फोड़ रहा है..तो दूसरी ओर हार के बाद इस्तीफों का दौर भी जारी है.. ऐसे में जब लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने को है..तो क्या कांग्रेस अंतर्कलह से निकलकर खुद को चुनाव के लिए कैसे तैयार कर पाएगी..ये बड़ा सवाल है..
छत्तीसगढ़ में करारी हार के बाद कांग्रेस में बयानबाजी का सिलसिला जारी है.. भूपेश सरकार में मंत्री, विधायक रह चुके नेता हर दिन अपने ही लोगों के खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहे हैं..इस लिस्ट में नया नाम है पीसीसी के पूर्व प्रभारी महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, जिन्होंने कुमारी सैलजा और दीपक बैज को पत्र लिखकर यहां तक कह दिया कि कांग्रेस में दलालों और वामपंथियों का कब्जा है.. कांग्रेस की हार की वजह एक और कांग्रेस नेता की जुबानी सुनिए..
Chhattisgarh Congress dispute कुल मिलाकर पांच साल बाद सत्ता से बेदखल होने के बाद कांग्रेस की अंतर्कलह अब सतह पर आ गई है..अब जरा दिल्ली की इस तस्वीर पर नजर डालिए.. शनिवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर चुनाव में हार के कारणों पर चर्चा की.. बातचीत के बाद पार्टी के दिग्गज नेताओं पर आरोप लगाने के कारण कांग्रेस से निष्काषित विनय जायसवाल ने एक बार फिर आरोप लगाते हुए कहा कि.. AICC के सर्वे को छत्तीसगढ़ के रणनीतिकारों ने रुकवाया..
दरअसल विनय जायसवाल समेत कई पूर्व विधायकों का टिकट इस बार के चुनाव में काट दिया गया था…कांग्रेस ने टिकट काटने के पीछे तर्क सर्वे को दिया और और नए प्रत्याशियों को मैदान में उतारा…मगर जहां भी कांग्रेस ने चेहरे बदले वहां उसे हार का ही सामना करना पड़ा…जिसके बार पार्टी में बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया… हार को पार्टी के नेताओं ने जहां अप्रत्याशित माना… पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और विनय जायसवाल ने तो पार्टी नेताओं पर विस्फोटक आरोप भी लगाए…और ये आरोप उनपर ही भारी पड़ गया….प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बड़ी कार्रवाई की और कांग्रेस के दोनों पूर्व विधायकों को 6 साल के लिए निष्कासन का फैसला सुना दिया…
हालांकि पीसीसी चीफ दीपक बैज ने दो टूक कह दिया है कि पार्टी लाइन को फॉलो नहीं करेगा उसपर कार्रवाई जारी रहेगी. इधर बीजेपी तंज कस रही है..आगे-आगे देखिये होता है क्या..
एक तरफ पार्टी की कार्रवाई तो दूसरी तरफ एक के बाद कांग्रेस नेताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है..दिलीप षडंगी, महंत रामसुंदर दास जैसे नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. यानी कांग्रेस की हार के बाद पार्टी में घमासान के हालात हैं…कोई वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है.. तो कोई इस्तीफा देकर अपना आक्रोश जाहिर कर रहा.. ऐसे में हार के बाद मचे रार और अंतर्कलह से उबरकर कांग्रेस मिशन लोकसभा की तैयारी कैसे करेगी, ये बड़ा सवाल है..
सौरभ सिंह परिहार, IBC24, रायपुर