CG Politics: रायपुर। क्या प्रदेश में सरकार को दोहरे विपक्ष का सामना कर पड़ रहा है ? क्या विपक्ष के पास खुद के मुद्दे नहीं हैं ? क्या सत्तापक्ष के सीनियर सांसद विपक्ष को बैठे-बिठाए मुद्दे दे रहे हैं ? ये सारे सवाल प्रदेश के मौजूदा सियासी हाल से उठ रहे हैं। क्योंकि, प्रदेश में सत्तापक्ष के खिलाफ प्रदर्शन में कांग्रेस और बीजेपी के सीनियर नेता एक ही तरह के मुद्दे उठाते दिख रहे हैं। बीते दिनों जिन-जिन मुद्दों पर सीनियर बीजेपी सांसदों ने सरकार को चिट्ठी लिखी, उन्हीं मुद्दों को कांग्रेस ने सरकार को घेरने का काम किया, जिसपर बीजेपी सांसद बृजमोहन अग्रवाल, कांग्रेस को पिछलग्गू पार्टी बता रहे हैं। तो कौन से हैं वो कॉमन मुद्दे जिनपर विपक्ष और सत्तापक्ष के सीनियर्स ने सरकार से सवाल पूछे हैं, कौन किसका पिछलग्गू है, कौन किसकी नकल कर रहा है, कांग्रेस या बीजेपी?
एक तरफ विपक्षी दल कांग्रेस सड़क पर उतरकर प्रदेश की कानून व्यवस्था, महिला अपराध, युवा रोजगार, कर्मचारियों का हक पर आंदोलन कर सरकार को चौतरफा घेरता दिख रहा है। तो दूसरी तरफ कांग्रेस, सत्तापक्ष के सीनियर सांसदों के CM को लिखे पत्र को आधार बनाकर आंदोलन की रूपरेखा बना रहा है। दरअसल, भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में सीमेंट के दाम में 50 रुपए की वृद्धि पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखा, जिसपर कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
इसी मुद्दे कांग्रेस प्रदर्शन की तैयारी कर चुकी है। इससे पहले बीजेपी सांसद विजय बघेल ने कर्मचारियों की मांग पर CM को पत्र लिखा था, जिसे कांग्रेस ने मुद्दा बनाया। कांग्रेस के इस प्रयास पर भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश कांग्रेस को मुद्दाविहीन बताते हुए पिछलग्गू पार्टी बताया है। इधर, बृजमोहन के बयान पर पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू ने करार पलटवार किया। कांग्रेस का दावा है कि, उनके पास राज्य सरकार को घेरने मुद्दों की कमी नहीं है। विपक्ष के हर प्रदर्शन में जनता कांग्रेस के साथ है, जिससे सत्तापक्ष परेशान है।
मुद्दाविहीन होने के आरोप नए नहीं हैं। पिछली सरकार के दौरान भी सत्तापक्ष में बैठी कांग्रेस बीजेपी पर अक्सर मुद्दा ना होने का आरोप लगाती रही है। अब वही आरोप बीजेपी, कांग्रेस पर लगा रही है। सवाल ये कि क्या वाकई भाजपा सांसदों की चिट्ठियों ने विपक्ष को सरकार को घेरने का मौका दिया है और सत्ता पक्ष असहज किया है?