रायपुर: Sunny Leone Mahtari Vandana Yojana Beneficiary बस्तर कलेक्टर हरिस एस ने महतारी वंदन योजना में ग्राम तालुर से संबंधित अनियमितता की जांच महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला अधिकारियों को करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संबंधित के बैंक खाते को सीजकर वसूली की कार्यवाही करने तथा इस कार्य में संलग्न व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग ने रविवार को संबंधितों पर आवश्यक कार्यवाही भी की है।
Sunny Leone Mahtari Vandana Yojana Beneficiary बस्तर के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि मीडिया में दिखाया जा रहा समाचार महतारी वंदन योजना में सनी लियोन को मिल रहे हजार रुपए की शिकायत प्राप्त हुई जिसकी प्रारंभिक जांच से पता चला की उक्त आवेदन ग्राम तालूर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी की आईडी से रजिस्टर्ड हुआ है।
मामले की जांच किए जाने पर पता चला की वीरेंद्र जोशी नामक व्यक्ति द्वारा जालसाजी कर अवैधानिक तरीके से राशि का आहरण अपने खाते में किया जा रहा है। संबंधित के विरुद्ध शासन के साथ धोखाधड़ी करने के अपराध में प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है। उसके बैंक खाते को होल्डकर वसूली की भी कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा संबंधित कार्यकर्ता और तत्कालीन पर्यवेक्षक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जा रही हैं।
महतारी वंदन योजना में ग्राम तालुर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी की आईडी से सनी लियोन के नाम पर राशि का आहरण किया गया था। इस मामले में जालसाजी की बात सामने आई, जिसमें वीरेंद्र जोशी नामक व्यक्ति ने अवैध रूप से राशि अपने खाते में आहरित की।
इस मामले में बस्तर कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं। संबंधित बैंक खाते को सीज कर वसूली की कार्रवाई की जा रही है, और वीरेंद्र जोशी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जी हां, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी और तत्कालीन पर्यवेक्षक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी योजना बनाई जा रही है।
महतारी वंदन योजना एक सरकारी योजना है, जो गर्भवती महिलाओं और बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य के लिए मदद प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।
इस जालसाजी में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी की आईडी का गलत इस्तेमाल किया गया, और वीरेंद्र जोशी नामक व्यक्ति ने अवैध रूप से योजना से जुड़ी राशि अपने बैंक खाते में आहरित की।