CG Vidhan Sabha Session: रायपुर। बीजेपी ने विपक्ष में रहते बीते 5 साल पिछली कांग्रेस को दर्जनों मामलों में भ्रष्टाचार, अनियमितता और गड़बड़ियों पर घेरा। गंभीर आरोप लगाए, सवाल उठाए, प्रदर्शन किया। अब साय सरकार के मंत्रियों ने अपने ही विधायकों की मांग पर छत्तीसगढ़ में हुए इन कथित घोटालों और गड़बड़िओं की जांच के लिए अलग-अलग समितियों बना दी हैं। लेकिन, इनकी जांच उसकी फाइंडिंग और उसपर एक्शन हुआ हो ऐसा अब तक दिखा नहीं। नतीजा ये कि कांग्रेस के साथ-साथ अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता खुद अपनी ही सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि देर किस बात की है, जांच का क्या हुआ है.. सवाल है, गंभीर आरोपों की जांच के लिए क्या वाकई गंभीरता से जांच शुरू हो सकी है….?
2023 में सत्ता वापसी के बाद से ही बीजेपी विधायकों ने सदन में उन सभी मुद्दों पर जांच की मांग की जिन्हें विपक्ष में रहते हुए बीजेपी बीते पांच साल उठाती रही। सरकार बनने के बाद से तीन सत्रों, शीतकालीन, बजट और मानसून सत्र के दौरान साय सरकार में विभागीय मंत्रिंयों ने बाकायदा सदन में आधा दर्जन मामलों में जांच की घोषणा कर दी है। इनमें- गोबर खरीदी, राजीव युवा मितान क्लब, PDS दुकानों में गड़बड़ी, स्कूल भवन निर्माण और भुगतान में गड़बड़ी, CGMSC दवा खरीदी, DMF में गड़बड़ी, सोलर लाइट खरीदी, खराब चना वितरण जैसे कई मामलों पर समिति बनाकर जांच की घोषणा की गई है।
अब सदन में भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर खुद इन मुद्दों पर अब तक जांच ना होने पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते दिखे। चंद्राकर ने यहां तक कहा कि अगर जांच और संबंधितों पर कार्रवाई ना हुई तो संगठन स्तर पर बात पहुंचाई जाएगी। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर की आपत्ति पर कैबिनेट मंत्री राम विचार नेताम ने दावा किया कि सभी मसलों पर जांच जारी है, जल्द नताजे दिखेंगे। इधर, मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत का दावा है कि भाजपा ने विपक्ष में रहकर बेबुनियाद आरोप लगाए। अब सदन में जांच का ऐलान करने वाली बीजेपी भी जानती है कि जमीनी हकीकत कुछ और है।
जाहिर है पिछली कांग्रेस सरकार पर लगाए गए गंभीर आरोपों को सिद्ध करने के लिए जांच और समय पर उनकी रिपोर्ट आना, उस पर एक्शन होना जरूरी है। ये सब एक निश्चित समय अवधि में होना चाहिए। सरकार ने अब तक दो दर्जन से ज्यादा मामलों पर जांच बैठाने की पहल की है। सवाल है क्या दावे के मुताबिक वक्त रहते रिपोर्ट और एक्शन भी सामने आएगा? इंसाफ का इंतजार कब खत्म होगा ?