CG Ki Baat: रायपुर। इसी महीने की 3 तारीख को बालो जिले में एक हेडमास्टर ने अपने ही घर में आत्महत्या कर ली। मृतक के सुसाइट नोट के आधार पर पिछली सरकार में कद्दावर मंत्री रहे कांग्रेसी नेता पर भी FIR दर्ज की गई है। बीजेपी ने इस पर तंज कसते हुए पिछली सरकार को करप्ट बताते हुए कांग्रेस पार्टी को भ्रष्टाचार की जनक बताया है तो वहीं, कांग्रेस का आरोप है कि केवल कांग्रेस को बदनाम करने, एक पूर्व मंत्री पर दबा में FIR दर्ज की गई है। आरोप गंभीर हैं। सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या वाकई पिछली सरकारों के वक्त नौकरियां लगाने के नाम पर फर्जीवाड़ा हो रहा था। क्या नौकरियों के नाम पर होने वाले फर्जीवाड़े के तार पिछळी सरकार के मंत्रियों तक जुड़े हैं?
सोमवार को बालोद जिले के डौंडी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम घोठिया में हेडमास्टर देवेंद्र ठाकुर की आत्महत्या मामले में पूर्व मंत्री मो अकबर समेत कुल 4 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की गई। मामला 3 सितंबर 2024 का है, जब हेडमास्टर देवेंद्र ठाकुर ने अपने घर पर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। मृतक देवेंद्र ठाकुर डौंडी ब्लॉक के ओड़गाँव स्कूल में पदस्थ थे। पुलिस को मौके में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें पिछली भूपेश सरकार में वन मंत्री रहे मो. अकबर समेत कुल चार लोगों, हरेंद्र नेताम, मदार खान और प्रदीप ठाकुर को मौत के लिए जिम्मेदार बताया गया है।
दरअसल, मृतक ने 2022 में अपने कुछ रिश्तेदारों से नौकरी लगवाने के ऐवज में पैसा लिया, जिसे सिस्टम में बैठे रसूखदारों तक पहुंचाने का जिक्र है। सुसाइट नोट के मुताबिक, नौकरी लगाने के नाम पर रुपयों का लेनदेन हुआ है। पुलिस मृतक के सुसाइट नोट के आधार पर जांच शुरू कर चुकी है। मामले में प्रदेश के पूर्व मंत्री और कद्दावर कांग्रेसी नेता का नाम शामिल है। इसीलिए इसपर सियासी आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो चुके हैं। घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार घोटालेबाज सरकार थी, जिसके चलते बहुत से लोग जेल में हैं। कई जेल जाने की कगार पर हैं, जबकि प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा का दावा है के कानून अपना काम करेगा, चाहे आरोपी कोई भी हो।
वहीं PCC चीफ दीपक बैज इसे भाजपा की साजिश बताते हैं। बैज का आरोप है कि, पुलिस का पूर्व मंत्री पर फौरन FIR करना बताता है कि वो प्रेशर में है, कांग्रेस पार्टी FIR, लाठी, जेल किसी से भी डरने वाली नहीं है। कुल मिलाकर विपक्ष पर, पिछली सरकार की कार्यशैली को लेकर, दबंगई, करप्शन और अनियमितता को लेकर कई गंभीर आरोप लग रहे हैं। भिलाई से कांग्रेसी विधायक देवेंद्र यादव बलौदाबाजार हिंसा-आगजनी मामले में फिलहाल जेल में हैं, उनपर भीड़ को उकसाने के गंभीर आरोप हैं।
इसके अलावा भी कांग्रेस अपने कई सीनियर नेताओं पर FIR, जांच और कार्रवाई की लटकती तलवार के बैकफुट पर है, अब पूर्व मंत्री मो अकबर के खिलाफ दर्ज इस ताजा मामले में सवाल उठा दिया है कि क्या कांग्रेस की पिछळी सरकार के वक्त पूर्व मंत्री भी नौकरियों के नाम पर हुए इस फर्जी वाड़े के खेल में शामिल रहे हैं ?