CG Ki Baat: रायपुर। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की स्थिति को लेकर यूं तो बीजेपी नेता अक्सर हमलावर रहे हैं। लेकिन, अब पूर्व मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर एक बड़ा आरोप लगाया। आरोप ये कि कांग्रेस पार्टी केवल अपने चंद नेताओँ और उनके परिवार के लिए ही सड़कों पर उतरती है, उन्हीं को बचाने के लिए काम करती है। कार्यकर्ता और आमजनता उनकी प्राथमिकता में नहीं हैं। कांग्रेसी दिग्गजों ने इस बयान पर फौरन पलटवार किया है। लेकिन, क्या ये बात सही है क्योंकि ज्यादातर बड़े प्रदर्शन कांग्रेस ने अपने नेताओं के लिए ही किये हैं? क्या जनमुद्दों से ज्यादा पार्टी पर्सनल एजेंडे पर फोकस करके काम करती है? क्या कांग्रेस का जवाब आरोपों पर सही काट दे पाया है?
दो-दो चुनाव में हार के बाद, कांग्रेस संगठन में बदलाव की चर्चा जोर पकड़ रही है। 2023 और 2024 में हार के बाद कांग्रेस ने जो फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी उसकी रिपोर्ट आलाकमान के पास मौजूद है, जिसके बाद संकेत यही हैं कि पार्टी के भीतर नए और एक्टिव चेहरों को टीम में मौका मिलेगा। दूसरी तरफ पूरी प्रदेश कांग्रेस इकाई इन दिनों भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की, बलौदाबाजार हिंसा मामले में गिरफ्तारी का विरोध करने आंदोलन मोड में है। कांग्रेस के इन हालात पर प्रदेश के पूर्व मंत्री और सीनियर भाजपा नेता अजय चंद्राकर ने पूर्व CM भूपेश बघेल के साथ-साथ पूरी कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लिया।
चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस इटली के AI से चल रही है। PCC चीफ दीपक बैज को कोई नेता ही नहीं मानता। चंद्राकर ने कांग्रेस पार्टी पर गंभीर कटाक्ष किया कि कभी गांधी परिवार, कभी भूपेश, तो कभी देवेंद्र। ये पार्टी केवल परिवार या व्यक्ति के लिए ही खड़ी होती है। कार्यकर्ता-जनता से उसे कोई मतलब नहीं। चंद्राकर के वार पर कांग्रेस ने भी जमकर पलटवार किया, पूर्व डिप्टी CM सिंहदेव ने कहा कि चंद्राकर केवल लोगों को भ्रमित करने का काम करते हैं जबकि पूर्व मंत्री डॉ शिव डहरिया ने BJP को अंग्रेजों के इशारों पर काम करने वाली गुलाम पार्टी बताते हुए तंज कसा।
दरअसल, लगातार 2-2 चुनाव हारकर कांग्रेस पार्टी टूट, अंदरूनी खींचतान और बदलाव की अटकलों से जूझ रही है। विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तार ने भी पार्टी को बैकफुट पर धकेला, जिसके खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन कर पार्टी अन्याय के खिलाफ अवाज उठाने पर प्रताड़ित किए जाने का मैसेज देना चाहती है। पार्टी के इसी मौजूदा हाल पर पूर्व मंत्री चंद्राकर ने तीखा और सीधा हमला बोला है। बड़ा सवाल है क्या वाकई कांग्रेस अब नेता और उनके परिवार को बचाने मात्र के लिए सड़कों पर उतरती है…?