CG Ki Baat। Photo Credit: IBC24
CG Ki Baat: रायपुर। देश की सरकार ने ये तय किया है कि अगले साल 2026 के मार्च महीने तक नक्सिलयों के खिलाफ फायनल फाइट पूरी कर ली जाएगी। राज्य और केंद्र सरकारों ने मिलकर, फोर्स, तकनीक, ताकत और कोऑर्डिनेशन की ऐसी नीति पर तेज एक्शन शुरू किया जिसका जमीन पर असर दिखने भी लगा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सदन में कह चुके हैं, अगले साल नक्सलमुक्त होगा देश।
प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ललकारते हुए दो टूक कह चुके हैं कि, नक्सली या तो हथियार छोड़ें या फिर जवानों के हाथों सफाए को तैयार हो जाएं। इस तेजी और सीधे वार का असर भी दिख रहा है। नक्सलियों के पैर बस्तर से उखड़ चले हैं। आस पक्की हो चली है की अब वाकई दशकों से नासूर बने नक्सलवाद का खात्मा हो जाएगा। नक्सली लीडर्स के खेमें में खलबली समझ में आती है, लेकिन बस्तर में शांति की आहट से सियासत क्यों बेचैन हो रही है।
पहले तो श्रेय की होड़ थी, नुक्सान के आंकड़े थे, लेकिन अब और कुछ नहीं मिला तो फोर्स कब ज्यादा हाईटेक थी। इसके लेकर लड़ाई शुरू हो गई, जबकि अमन के ऐसे अहम मोड़ पर दोनों ही दल एक साथ एक पेज पर दिखते तो न केवल बस्तर के लोगों का भरोसा बढ़ता बल्कि नक्सलियों के बचे-खुचे हौसले भी पस्त हो जाते।