रायपुर: Superstition in Chhattisgarh कहने को तो हम आज 21वीं सदी में जी रहे हैं, लेकिन आज भी समाज के कई लोग अंधविश्वास और दकियानूसी परंपराओं को मानते आ रहे हैं। ऐसे ही अंधविश्वास के चक्कर में छत्तीसगढ़ में दो बड़ी घटनाएं हुई हैं, जिसमें 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। दोनों घटनाओं को लेकर पूरे छत्तीसगढ़ में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, अब इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का बड़ा बयान सामने आया है।
Superstition in Chhattisgarh बलौदाबाजार और सुकमा में जादू टोना के शक में हुई हत्याओं को लेकर स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने कहा है कि अंधविश्वास, जादू टोना में विश्वास करना समाज के लिए चिंता का विषय है। समय-समय पर ऐसी घटनाओं की जानकारी आती रही हैं। मुख्यमंत्री इन सभी घटनाओं पर सख्त हैं, लेकिन सरकार और कानून के भरोसे ऐसी घटनाएं समाप्त नहीं की जा सकती।
उन्होंने आगे कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जनजागरूकता चलाने की आवश्यकता है। सरकार अपनी ओर से स्वास्थ्य के क्षेत्र में पहल कर रही है। बस्तर में भी नीचे तबके तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचा रहे हैं, ताकि लोगों को जादू टोना, अंधविश्वास पर जांच न करानी पड़े।
बता दें कि गुरूवार को बलौदाबाजार जिले के कसडोल ब्लॉक के छेरछेद गांव में टोना-जादू किये जाने के शक में एक ही परिवार के चार सदस्यों की धारदार हथियारों के सहारे निर्ममता से हत्या कर दी गई थी।
वहीं, सुकमा जिले के इतकल गांव में जादू टोना के शक में पांच ग्रामीणों की हत्या कर दी। बताया गया कि प्रधान आरक्षक के पद पर मरईगुड़ा में पदस्थ मौसम बुच्चा के पिता के जादू टोना से गाँव के तीन लोगों की मौत हुई है। जिसके बाद आज सुबह मामले पर गाँव लोगों और मृतकों के बीच बैठक रखी गई थी। जहां पीट पीट कर पुलिस जवान समेत जवान की माता पिता पत्नी व बहन कुल पाँच लोगों की हत्या कर दी गई।