रायपुर: छत्तीसगढ़ के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में एक बार फिर से संविदा कर्मियों ने हंगामा शुरू कर दिया हैं। वे कामकाज छोड़ हड़ताल पर जा बैठे हैं। एकसाथ इतने सारे कर्मियों के काम बंद करने से अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई हैं। इनकी संख्या करीब 600 हैं।
दरअसल पिछले दिनों एम्स की तरफ से आउटसोर्सिंग के उलट रेग्युलर कर्मियों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसके लिए विज्ञापन भी प्रकाशित किया गया था। एम्स प्रबंधन ने इसके साथ ही संविदा की सेवा ख़त्म करने के संकेत दिए थे। एम्स के इस फैसले से उन कर्मियों के भविष्य पर सवाल उठने लगे थे जो यहाँ संविदा के तौर पर सेवारत थे। ये सभी कर्मी प्रबंधन द्वारा विज्ञापन प्रकाशित किये जाने का भी विरोध भी किया हैं। हड़ताल में जानें वालों में हॉस्पिटल अटेंडेंट, अकाउंटेंट, लैब टेक्नीशियन, लैब अटेंडेंट, स्टोर कीपर कम क्लर्क और ऑफिस अटेंडेंट के काम में नियोजित संविदा कर्मी हैं।
गौर करने वाली बात यह भी हैं कि इस मसले को लेकर कर्मियों और प्रबंधन के बीच कई बार चर्चा हो चुकी हैं। लेकिन जब कोई हल नहीं निकला तो एम्स प्रबंधन ने संविदा कर्मियों को साफ कर दिया हैं कि वे अगले महीने से काम पर नहीं आये। प्रबंधन के इसी अपील के बाद से कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं।