रायपुर: प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद रायपुर निगम की सत्ता में बदलाव की आहत और अविश्वास प्रस्ताव की आहट के बीच रायपुर महापौर एजाज ढेबर ने प्रेसवार्ता किया है। उन्होंने साफ़ इंकार कर दिया है कि वह भाजपा की मांग पर इस्तीफा नहीं देने वाले। भाजपा पार्षद अगर अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो वह उपचुनाव कराएँगे। निगम के आंकड़े सामने रखते हुए ढेबर ने साफ किया है कि नगर निगम में अब कोई भी निर्दलीय पार्षद नहीं है। भाजपा के पास 31 तो कांग्रेस के 39 पार्षद है। इतना ही नहीं बल्कि ढेबर ने यह दवा अभी किया है कि बीजेपी के नेता उनके साथ है जिन्होंने मतदान पर साथ देने की बात कही है।
ढेबर ने कहा नतीजे जैसे चाहते थे वैसे नतीजे नहीं आए। जहाँ तक मेरे इस्तीफे का सवाल है वह मैं नहीं देने वाला। हम एक साल और रन करेंगे। कुछ नियम और कानून और कुछ संविधान है। हर आदमी साथ में है। कुछ बीजेपी वाले हमारे साथ में हैं। उन्होंने कहा है कि जब मतदान होगा हम आपका साथ देंगे। उन्होंने बीजेपी को घेरते हुए कहा एक ऐसा वरिष्ठ पार्षद का जाति प्रमाण पत्र पूरी तरह से फर्जी पाया गया है, जिस तरह के डॉक्यूमेंट पाए है उसकी भी मैने जांच कराई है। नैतिकता का आधार क्या होता है? रायपुर के लिए पहले भी काम करें है और आगे भी करेंगे। 70 पार्षदों में एक भी निर्दलीय नहीं रहा। 31 बीजेपी के साथ और कांग्रेस के पास 39 है।
ढेबर ने कहा कि कोई निर्दलीय नहीं रहा है। अजीत कुकरेजा को निष्कासित कर दिया गया है। हर बूथ के आधार पर नेताओं से कार्यकर्ताओं के साथ बात की जाएगी। प्रेशर पॉलिटिक्स पर एजाज ढेबर ने कहा प्रेशर बनाने के लिए मीडिया का कंधा इस्तेमाल किया गया। एक साल बचा है, हम और काम करेंगे। ना मैं किसी के प्रेशर में आऊंगा और जनता के लिए काम करूंगा।
बुलडोजर पॉलिटिक्स पर बोलते हुए एजाज ढेबर ने कहा जहां तक प्रशासन की बात है, लॉ एंड ऑर्डर की बात है, उसका पालन करना चाहिए। आपने कार्रवाई की, जो छोटे लोग है 32 में से 4 या 5 विशेष जाति के लोग थे। ढेबर ने दावा किया कि बिना जानकारी के कार्रवाई हुई है। यह बुलडोजर चलना खराब है। उनकी रोजी रोटी पर हमला हुआ है। बुलडोजर कार्रवाई पर एक्शन लेने पर बोले कि वह निजी कारणों से व्यस्त थे। बुलडोजर कार्रवाई की जानकारी जरूर लूंगा, व्यस्थापन के लिए जरूर बात करूंगा।