रायपुर: Raipur News छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर अपराध कम हुए हैं या बढ़े हैं? इसे लेकर रायपुर पुलिस ने रविवार को बड़ा दावा किया है। पुलिस ने कहा कि नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के कारण मामलों के दर्ज होने में गिरावट देखी गई है। पुलिस विभाग का कहना है कि निजात अभियान के तहत नशे के खिलाफ लगातार प्रहार से अपराधों में 7 फीसदी की गिरावट आई है। अभियान के चार माह में पिछले सालों की इसी अवधि की तुलना में कुल अपराधों में 7 फीसदी कम अपराध दर्ज किए गए हैं।
Raipur News पुलिस के दावे के अनुसार निजात अभियान के कारण मारपीट में 5 फीसदी, हत्या के प्रयास में 22 फीसदी, चाकूबाजी में 31 प्रतिशत, छेड़छाड़ में 23 फीसदी, मारपीट और चोरी में 5 फीसदी की आई कमी आई है। वहीं, एनडीपीएस और आबकारी में ताबड़तोड़ कार्यवाही में कुल 3 हजार 157 प्रकरणों में 3 हजार 241 व्यक्ति गिरफ्तार हुए। जिसमें गैर-जमानतीय प्रकरणों में 378 आरोपी जेल भेजे गए हैं। इन्ही कार्रवाइयों में 6 हजार 176 लीटर शराब भी जब्त की गई है।
रायपुर पुलिस ने शहर को नशे से निजात दिलाने जन जागरुकता अभियान चलाया। इस अभियान के तहत अलग-अलग स्थानों पर 3 हजार 412 कार्यक्रम किए हैं। वहीं, जो लोग नशे के आदी हैं, उन्हें थानों में काउंसलिंग दी जा रही है। इसको लेकर भी पुलिस का दावा है कि इस कारण से सैकड़ों लोग नशे से दूर हुए हैं। एसएसपी संतोष सिंह ने बताया कि कुल अपराधों में बढ़ोतरी हुई है, जो की मुख्यत एनडीपीएस और आबकारी में बढ़ी कार्रवाइयां की वजह से हैं।
आबकारी और एनडीपीएस के 3 हजार 157 प्रकरणों में 3 हजार 241 व्यक्ति गिरफ्तार हुए। जिसमें गैर- जमानतीय प्रकरणों में 378 आरोपी जेल गए। 6 हजार 176 लीटर शराब, गांजा 949 किलो, एमएएमडी 4.5 ग्राम, हीरोइन 20 ग्राम, अफीम 161 ग्राम, टैबलेट 10 हजार 336, सीरप 122 नग और अन्य नशीली वस्तुएं जब्त की गई हैं। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार लोगों में बड़ी संख्या सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीकर हुडदंग करने वाले लोग हैं। इन कार्रवाई से अपराधियों में दहशत हुई है।
नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ एक्शन पुलिस के अनुसार कोटपा में 1 हजार 141 लोगों पर कार्यवाही हुई। नशे में गाड़ी चलाने वाले 983 लोगों पर एमवी एक्ट के कार्यवाही करते हुए प्रत्येक प्रकरण को कोर्ट भेजा गया। जहां चालक पर दस-दस हजार रुपए का भारी-भरकम जुर्माना लगाया गया है। 2023 पूरे वर्ष में कोटपा में 30 व्यक्ति और 185 एमवी एक्टमें 610 प्रकरण हुए थे। इसके अलावा नशे के विरुद्ध जनजागरुकता के तहत लोगों के सहयोग से स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक जगहों पर लगातार कार्यक्रम किए जा रहे हैं। नशे आदी सैकड़ों लोगों की लिस्टिंग कर उनकी विभिन्न संस्थाओं की मदद थानों में काउंसलिंग की जा रही है।