Social boycott of the family for building boundary wall: रायगढ़। जिले के पुसौर ब्लाक के ग्राम तिरभौना में सामाजिक बहिष्कार का एक मामला सामने आया है। सरपंच के कहने पर गांव के गुप्ता परिवार को न सिर्फ राशन देने की मनाही है, बल्कि परिवार से किसी प्रकार का लेनदेन या फिर बातचीत करने पर भी जुर्माने का फरमान सुनाया गया है। पीड़ित का गुनाह सिर्फ इतना है कि उसने आबादी जमीन पर बाउंड्रीवाल का निर्माण किया है। पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत एडिशनल एसपी से की है। मामले में पुलिस जांच की बात कह रही है।
दरअसल ग्राम तिरभौना में बोधराम गुप्ता और संतोष गुप्ता लंबे समय से निवास करते हैं। दोनों ने हाल ही में मकान बनाया है जिसमें आबादी भूमि का कुछ हिस्सा भी शामिल है। बीते साल इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद भी हुआ था, लेकिन बाद में थाने में दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया। पीड़ित के मुताबिक इसके बाद से सरपंच निर्माण को तोडने का दबाव बना रहा था। निर्माण को नहीं तोडने पर कल गांव में मुनादी करा हुक्का पानी बंद कराया गया है। गांव में गुप्ता परिवार को राशन देने की मनाही है। लोगों को लेनदेन करने से भी मना किया गया है।
पीडित के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति परिवार से संबंध रखता है तो उस पर 1100 रुपए जुर्माना लगाने की बात भी कही गई है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे इस बात से बेहद दुखी है। बच्चों की पढाई लिखाई बंद हो गई है। लोगों ने परिवार से दूध लेना भी बंद कर दिया है। ऐसे में वे काफी परेशान हैं। पीडित ने एडिशनल एसपी से मामले की शिकायत की है। इधर मामले में पुलिस का कहना है कि ये मामला आपसी विवाद का है। पूर्व में भी इस संबंध में थाने में शिकायत की गई थी। इस मामले की जांच कराई जाएगी। थाना प्रभारी व तहसीलदार को मामले की जांच के निर्देश दिये गए हैं। अगर सामाजिक बहिष्कार जैसी बात आती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।