Reported By: Avinash Pathak
,रायगढ़। Raigarh Health Center: केंद्र सरकार ने ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों की स्थापना करने के निर्देश दिए हैं। केंद्र के निर्देश के बाद प्रदेश के सभी जिलो में प्राइमरी हेल्थ सेंटरों को वेलनेस सेंटर के रुप में डेवलप किया गया है। रायगढ़ जिले में भी केंद्र के निर्देश के तहत 284 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को वेलनेस सेंटर का दर्जा दिया गया। लेकिन तीन साल होने के बाद भी जिले में वेलनेस सेंटरों में डॉक्टरों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। आलम ये है कि जिला प्रशासन ने सेटअप तो तैयार कर दिया है लेकिन डाक्टरों के पद रिक्त हैं। दरअसल, केंद्र के निर्देश के तहत ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैय़ा करानी है। इसके लिए सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को वेलनेस सेंटरों के रुप में तब्दील करना है।
सेंटरों में नहीं है पर्याप्त सेटअप
इस योजना के तहत जिले के 284 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को इस केटेगिरी में रखा गया है। सेंटरों में बीमारियों की स्क्रीनिंग के साथ ही साथ पैथालाजी कलेक्शन, इयर, मेंटल, डेंटल टेस्ट की सुविधा भी देनी है। इतना ही नहीं टेली मेडिसीन के जरिए इन सेंटरों को इंटरनेट से भी जोड़ा जाना है, जिससे मेडिकल आफिसर क्रिटिकल बीमारियों की कांफ्रेंसिंग कर सकें। लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस योजना को लेकर गंभीर नजर ऩहीं आ रहा। ऐसा इसलिए क्योंकि अब तक वेलनेस सेंटरों में पर्याप्त सेटअप तैयार नहीं हो पाया है। न तो डाक्टरों की नियुक्ति हुई है न ही पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ नियुक्त हुए हैं। नियमानुसार हर सेंटर में मिड लेबर हेल्थ प्रोवाइडर, मेल फीमेल वर्कर, आरएमए तथा वार्ड ब्वाय और नर्सों की नियुक्ति होनी है। लेकिन अब तक नियुक्तियों की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।
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40 से अधिक पद रिक्त
वेलनेस सेंटरों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के दर्जन भर से अधिक पद रिक्त पड़े हैं। इसी तरह क्लास 2 के 24 रिक्त पदों में भी भर्तियां नहीं हो पाई हैं। नर्सिंग स्टाफ के भी 40 से अधिक पद रिक्त हैं। ऐसे में लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है और मरीजों को जिला मुख्यालय तक की दौड लगानी पड़ रही है। मामले को लेकर भाजपा राज्य सरकार पर उदासीनता का आरोप लगा रही है। भाजपा का कहना है कि केंद्र की हर योजना के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। जिले में खानापूर्ति के लिए सेंटर तो खोल दिये गए हैं लेकिन डाक्टर ही नहीं हैं।
Raigarh Health Center: ऐसे में योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है।इधर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी रिक्त पदों की बात स्वीकार कर रहे हैं। हालांकि उनका कहना है कि रिक्त पदों की जानकारी समय समय पर शासन को भेजी जाती रही है। कुछ पदों पर भर्तियां की गई हैं। चुनावी आचार संहिता की वजह से भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हुई है। चुनाव के बाद रिक्त पदों पर फिर से नियुक्तियां की जाएंगी।