Bus operator ready to operate city buses on changing route: रायगढ़। जिले में पिछले कई सालों से बंद पड़ी सिटी बसों के फिर से परिचालन की कवायद की जा रही है। बसों के मेंटेनेंस के लिए राज्य शासन ने 80 लाख की स्वीकृति दी है। हालांकि बसों के मेंटेनेंस की सुविधा रायगढ़ में नहीं होने पर इसे बिलासपुर में भेजने की तैयारी है। परिवहन विभाग और नगर निगम की ज्वाइंट कमेटी बसों की मानीटरिंग करेगी। इधर बस आपरेटरों ने भी परिवहन विभाग और नगर निगम को पत्र लिखकर बसों के लिए नया रुट तय करने की मांग की है। बस आपरेटरों का कहना है कि अगर रुट बदल दिए जाएं तो वे बसों के परिचालन को तैयार हैं।
दरअसल राज्य शासन के द्वारा रायगढ़ व जांजगीर जिले में सिटी बस सेवा के लिए 30 बसों की मंजूरी दी गई थी। रायगढ़ में 20 और जांजगीर के लिए 10 बसें भेजी गई थी। हालांकि रुट सही न होने और फिर कोविड की वजह से बसों का परिचालन नहीं हो पाया। इधऱ डिपो में प़ड़े पड़े बसें भी कंडम हो गई और बस आपरेटरों ने भी परिचालन से हाथ खींच लिया था। आपरेटर बसों के मेंटेनेंस के लिए फंड की मांग कर रहे थे। परिवहन विभाग की पहल के बाद अब बसों के मेंटेनेंस के लिए शासन ने 80 लाख की स्वीकृति दी है। मरम्मत के लिए अब बसों को बिलासपुर भेजा जाएगा। हालांकि आपरेटर फिर भी तय रुट को बदलने की मांग कर रहे हैं। बस आपरेटरों ने यात्री सुविधाओं के अनुरुप नया रुट तैयार कर कमेटी को सौंपा है।
बस आपरेटरों का कहना है कि अगर उनके द्वारा दिए गए रुट पर बस परिचालन की मंजूरी मिल जाती है तो वे बसों को चलाने को तैयार हैं। इधर नगर निगम का कहना है कि शहर की जरुरत के मुताबिक नया रुट जल्द तैयार किया जाएगा। बस आपरेटरों से चर्चा के बाद जल्द कमेटी नया रुट तैयार करेगी। इस संबंध में शासन से भी अऩुमति मांगी जाएगी। फिलहाल रायगढ़ शहर से मेडिकल कालेज, यूनिवर्सिटी, रेल्वे स्टेशन जैसे जरुरी रुट पर बसों का परिचालन किया जाएगा। बसों के मेंटेनेंस के बाद शीघ्र बस सेवा शुरु की जाएगी।