आर्थिक स्थिति कमजोर पर मजबूत थे इरादे.. कुम्हार की बेटी ने NEET परीक्षा में पाई सफलता

Potter's daughter Yamun Chakradhari crack NEET exam 2023 आर्थिक स्थिति कमजोर पर मजबूत थे इरादे.. कुम्हार की बेटी ने पास की NEET परीक्षा

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  • Publish Date - June 16, 2023 / 04:16 PM IST,
    Updated On - June 16, 2023 / 04:17 PM IST

Potter’s daughter Yamun Chakradhari crack NEET exam 2023

दुर्ग। आर्थिक कमजोरी मगर मजबूत इरादों के बदौलत आज एक ईंट बनाने वाले कुम्हार की बेटी ने नीट की परीक्षा पास कर ली है। दुर्ग जिले के ग्राम डूमरडीह की रहने वाली यमुना चक्रधारी (Yamun Chakradhari crack NEET exam 2023) ने चौथे प्रयास में सफलता हासिल किया। यह बच्ची प्रेरणा है उन सभी बच्चों के लिए जो अभाव को कमजोरी मानकर अपनी पढ़ाई रोक देते है। ये प्रेरणा है उन मां-बाप के लिए जो बेटी के बड़ी होने पर शादी की सोचने लगते है। ये प्रेरणा है उन लोगों के लिए जो सक्षम होकर भी किसी को मदद नहीं कर पाते।

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भट्टा में तपकर ईंट तैयार होने को अपना हथियार बनाकर आज यमुना (Yamun Chakradhari crack NEET exam 2023) डॉक्टर बनने की राह पर निकल पड़ी है। वह भी कुछ बनने के बाद समाज को हर सम्भव मदद करने की ठान ली है। दुर्ग ग्रामीण विधानसभा के ग्राम डूमरडीह के आबादी से बाहर इट भट्टा चलाकर अपना परिवार का गुजर बसर करने वाले बैजनाथ और कुसम चक्रधारी बेटी की सफलता से मिल रही बधाई से गदगद है। मां-बाप के पक्के इरादों को पूरा करने का जुनून रखने वाली यमुना चक्रधारी ने 12वीं कक्षा में 90 प्रतिशत अंक प्राप्त करने के बाद लगातार चौथी प्रयास में नीट की परीक्षा को पास किया। यमुना ने नीट परीक्षा में 720 में से 516 अंक हासिल किए।

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सबसे खास बात यह रही कि गरीबी के हालात में परिवार के पुस्तैनी कार्य में भी यमुना 6 से 8 घंटे मेहनत करती थी और जब समय मिलता तो लगन से पढ़ाई करती। यमुना (Yamun Chakradhari crack NEET exam 2023) की बड़ी बहन युक्ति भी होनहार है। वह भी विश्विद्यालय की दूसरे नंबर की टॉपर रही है। यमुना की मां को अपने अनपढ़ होने पर जो समाज से सुनना पड़ा उसने उसे ही अपना हथियार बना लिया और ठान लिया कि जैसे उसका जीवन बिता वह अपने बच्चियों की जिंदगी वैसे जाया नहीं जाने देगी और कुछ न कुछ जरूर बनाएगी। बेटी बड़ी हो गई है उसकी शादी कर देनी चाहिए यह बात समाज और गांव के लोगों के बोलने पर भी थोड़ा भी ना भटकने वाले मात्र 5 वीं कक्षा पास यमुना के पिता बैजनाथ चक्रधारी ने यमुना की उडान को पंख दिए। जब जितना पैसा पढ़ाई के लिए लगता वह अपने सामर्थ्य के अनुसार अवश्य करते रहते थे। आज वे बेटी की सफलता पर बेहद खुश है और मानते है कि बेटी ने उनका मान बढ़ाया है।

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यमुना के पिता बेटे और बेटी में कोई फर्क नहीं करते। सभी की पढ़ाई को समान करवाते हैं। भले उन्हें रात दिन मेहनत ही क्यो न करना पड़े। यमुना (Yamun Chakradhari crack NEET exam 2023)  की आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर उतई के जाने माने डॉक्टर अश्वनी चन्द्राकर ने उसे कोचिंग के लिए मदद किया। उन्हें जब पता चला कि पास के गांव की बेटी पढ़ाई में तो तेज है, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर है तो वे उनके घर जाकर पढ़ाई के लिए कोचिंग की मदद की। आज यमुना अपनी सफलता में उन्हें भी पूरा सहयोगी मानती है। यमुना के जैसे हजारों होनहार बच्चे है जिन्हें आगे बढ़े की उम्मीद तो रहती है पर एक बार की असफलता उन्हें कमजोर बना देती है।

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यह स्टोरी उन बच्चों को भी प्रेरणा देती है जो हार मानकर गलत कदम उठा लेते है। यमुना ने तीन बार हारने के बाद भी अपना हौसला नही खोया और आज वह सफल हो गई। यह उन लोगों को भी प्रेरणा देती है, जो समाज में बदलाव तो चाहते है पर चाह कर भी किसी होनहार बच्चे की मदद नहीं कर पाते और उन माता-पिता को प्रेरणा देती है जो समाज के डर से बेटियों के पैरों मे जनजीर बांध देते हैं और उनकी शादी कर देते है। यमुना (Yamun Chakradhari crack NEET exam 2023) डॉक्टर बनकर एनस्टियोलॉजिस्ट बनना चाहती है और वह डॉ. अस्वनी चन्द्राकर की राह पर चलकर किसी की मदद भी करना चाहती है। IBC24 से आकाश राव की रिपोर्ट

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