रायपुरः Tap scandal in chhattisgarh छत्तीसगढ़ में फोन टैपिंग और जासूसी का जिन्न एक बार फिर बाहर निकला है। महाराष्ट्र में जारी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया है छत्तीसगढ़ सरकार को भी अस्थिर करने की साजिश रची जा रही है। इसके लिए बकायदा केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के नेताओं का फोन टैपिंग करा रही है। मुख्यमंत्री ने केंद्र पर हमला किया तो प्रदेश मे बीजेपी-कांग्रेस के बीच वार-पलटवार का सिलसिला चल पड़ा। कांग्रेस अपने मुख्यमंत्री के समर्थन में उतरी तो विपक्ष ने कांग्रेस से सबूत सार्वजनिक करने की मांग की।
Read more : तय करेंगे बागी.. किसके हाथ में बाजी! डैमेज कंट्रोल की परीक्षा में कौन पास हुआ और कौन फेल?
Tap scandal in chhattisgarh महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ में भी सरकार अस्थिर करने की कोशिशें हो रही है। केंद्र सरकार राज्य में कांग्रेस नेताओं के फोन कॉल अवैध रूप से टैप करा रही है। इसके बाद सीएम भूपेश ने ट्वीट किया कि ‘राहुल जी देश की जनता का समर्थन कर रहे हैं, इसलिए उन्हें परेशान किया जा रहा है। राहुल जी का समर्थन करने वालों को भी परेशान किया जा रहा है। CBI को अशोक गहलोत के भाई के पास राजस्थान भेजा गया था। अब छत्तीसगढ़ में भी फोन टैपिंग की जानकारी सामने आ रही है लेकिन हम डरेंगे नहीं।’
Read more : युवाओं के लिए खुशखबरी: 40 हजार से ज्यादा पदों पर जल्द होगी भर्ती, यहां के सीएम ने अधिकारियों को दिए निर्देश
फोन टैपिंग के मुद्दे पर मुख्यमंत्री का बयान दिल्ली में आया, लेकिन रायपुर में भी इस मुद्दे में बवाल मचा है। रविंद्र चौबे ने इस मामले में मुख्यमंत्री के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि पेगासस के समय से फोन टैपिंग हो रही है। जबकि बीजेपी ने पलटवार किया कि आरोप लगाने के बजाए कांग्रेस ये सार्वजनिक करे कि किसका फोन टैप हुआ है।
वैसे ये पहला मौका नहीं है जब छत्तीसगढ़ में फोन टैपिंग को लेकर सियासी घमासान मचा हो। इससे पहले सत्ताधारी कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि 2017 में रमन सरकार ने पैगासस से जासूसी करवाई थी। महाराष्ट्र में उपजे संकट के बीच सीएम बघेल ने एक बार फिर केंद्र पर संगीन आरोप लगाया है। जिसके बाद छत्तीसगढ़ में जासूसी का जिन्न फिर बाहर निकला है। आने वाले समय में प्रदेश की राजनीति पर इसका क्या असर पड़ेगा ये बड़ा सवाल है।