Reported By: Komal Dhanesar
,भिलाई : Bhilai Robbery News : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कुछ महीने पहले हुई बहुचर्चित रसमड़ा और एनएसपीसीएल कॉलोनी की डकैती के मामले में दुर्ग पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दुर्ग पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मध्य प्रदेश के इंदौर से डकैती के बाद सोने चांदी को गलाकर खपाने वाले एक आरोपी को धर दबोचा। इसके पास से क्राइम ब्रांच की टीम ने आधा करोड़ का माल जब्त किया है। जिसमे सोने-चांदी की सिल्ली एवं सोने-चांदी गलाने, तौलने की मशीन शामिल है। बता दें कि, इन डकैतों के पीछे देश भर के 10 राज्यों की पुलिस पड़ी हुई है, लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस इकलौती है जिसने 50 लाख का माल जब्त किया। इधर इस सफलता के बाद दुर्गा एसपी जितेंद्र शुक्ला ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को 10 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा भी की। बता दे की मुख्यमंत्री कॉन्फ्रेंस में इस डकैती को लेकर दुर्ग पुलिस की कार्रवाई को लेकर काफी सवाल भी उठे थे। इसके बाद आईजी दुर्गा ने स्पेशल टीम गठित की थी।
Bhilai Robbery News : दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि, इस पूरे मामले के आरोपियों तक पहुंचने से पहले दुर्ग पुलिस की टीम ने चोरी का माल खरीदने वाले लोगों को पकड़ने की प्लानिंग की थी। दुर्ग पुलिस मेले वाले बनकर किराए का घर ढूंढते रहे और किसी तरह चोरी का माल खरीदने वाले आरोपी कपिल जैन के साथी आशीष पटलिया की तलाश कर रहे थे कि, आशीष को पुलिस के आने की खबर लग गई और टीम के कुछ साथी की तस्वीर भी उस तक पहुंच गई। उसके बाद वह वह फरार हो गया । लेकिन दुर्ग पुलिस के हाथ उसका सहयोगी राजेंद्र कटार हाथ लग गया और उसके पास से दुर्ग पुलिस की टीम ने 600 ग्राम सोने और 350 ग्राम चांदी के जेवरात जब्त किए।
Bhilai Robbery News : एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि आरोपी आशीष को तलाशने दुर्ग पुलिस की टीम धार के अलावा बोरी भी पहुंची थी और वहीं से टीम के दो सदस्य की तस्वीर आरोपी आशीष तक पहुंच गई। आरोपी के इंदौर में छिपे होने की खबर के बाद टीम ने इंदौर में कैंप किया। इस पूरी कार्रवाई को करने वाले क्राइम डीएसपी हम प्रकाश नायक ने बताया कि, उनकी टीम ने पूर्व में तीन आरोपी को गिरफ्तार करने से लेकर अब तक 120 दिन वहां कैप किया और अपनी पहचान छुपा कर इस कार्रवाई में सफलता पाई। बता दे की पूर्व में दुर्ग पुलिस ने धार से ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था और अब डकैती के मुख्य पांच आरोपी अब भी फरार है।