Padma Shri Award 2025: छत्तीसगढ़ के पंडी राम मंडावी पद्मश्री पुरस्कार से होंगे सम्मानित, बस्तर की कला और संस्कृति को नई पहचान दिलाने में निभाई अहम भूमिका

Padma Shri Award 2025: पद्मश्री पुरस्कारों की सूची में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के गोंड मुरिया जनजाति के जाने-माने कलाकार पंडी राम मंडावी का नाम शामिल किया गया है।

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  • Publish Date - January 25, 2025 / 08:41 PM IST,
    Updated On - January 25, 2025 / 08:41 PM IST

रायपुर: Padma Shri Award 2025: पद्मश्री पुरस्कारों की सूची में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के गोंड मुरिया जनजाति के जाने-माने कलाकार पंडी राम मंडावी का नाम शामिल किया गया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें पारंपरिक वाद्ययंत्र निर्माण और लकड़ी की शिल्पकला के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाएगा।

सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित कर रहे मंडावी

Padma Shri Award 2025: पंडी राम मंडावी, जो 68 वर्ष के हैं, पिछले पांच दशकों से बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर को न केवल संरक्षित कर रहे हैं, बल्कि उसे नई पहचान भी दिला रहे हैं। उनकी विशेष पहचान बांस की बस्तर बांसुरी, जिसे ‘सुलुर’ कहा जाता है, के निर्माण में है। इसके अलावा, उन्होंने लकड़ी के पैनलों पर उभरे हुए चित्र, मूर्तियां और अन्य शिल्पकृतियों के माध्यम से अपनी कला को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया है।

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8 से अधिक देशों में किया है कला का प्रदर्शन

Padma Shri Award 2025: एक सांस्कृतिक दूत के रूप में उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन 8 से अधिक देशों में किया है। साथ ही, अपने कार्यशाला के जरिए 1,000 से अधिक कारीगरों को प्रशिक्षण देकर इस परंपरा को नई पीढ़ियों तक पहुंचाने का कार्य किया है। पंडी राम मंडावी ने मात्र 12 वर्ष की आयु में अपने पूर्वजों से यह कला सीखी और अपने समर्पण व कौशल के दम पर छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।