रायपुर। old pension scheme in Chhattisgarh : खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी और जनप्रतिनिधि एक साथ मिलकर राज्य की प्रगति के लिए जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे, तभी गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का सपना साकार होगा। मंत्री भगत आज नया रायपुर इंद्रावती भवन स्थित विभागाध्यक्ष कार्यालय परिसर में राजपत्रित अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के तत्वावधान में आयोजित नववर्ष मिलन एवं पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में मंत्री भगत ने नवा रायपुर प्रीमियम लीग टुर्नामेंट प्रतियोगिता के खिलाड़ियों को मेडल और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया।
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मंत्री भगत ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी हर दिन शासकीय काम-काज में लगे रहते हैं। इससे उनका मन कई बार उब सा जात है, काम के साथ-साथ सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए, जिससे उनमें नई ऊर्जा का संचार हो सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों-कर्मचारियों को सप्ताह में दो दिन छुट्टी देकर उनमें नई ऊर्जा और उत्साह के साथ काम करने के लिए अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अधिकारी-कर्मचारी के बुढ़ापे और उनके परिवार को सुरक्षा देने के उद्देश्य से पुरानी पेंशन योजना पुनः शुरू किया। यह कर्मचारियों के हित में एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय है।
old pension scheme in Chhattisgarh : खाद्यमंत्री भगत ने कोविड-19 काल में जब लोग कोरोना महामारी से जीवन बचाने की जद्दोजहद में थे, तब राज्य सरकार कीे सहयोग से अधिकारी-कर्मचारी अपनी जान की बाजी लगाकर मरीजों को बचाने में लगे थे। मंत्री भगत ने कहा कि हिन्दुस्तान में ऐसे कई राज्य हैं जिन्होंनेे कोरोना काल में अपने कर्मचारियों का वेतन काटने का काम किया लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते हुए वेतन में कोई कटौती नहीं की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मुख्यमंत्री यूनिवर्सल पीडीएस के तहत लोगों को निःशुल्क तथा सस्ते दामों में राशन वितरण का राज्य के लोगों का पेट भरने का काम किया। उन्होंने कहा कि पहले अनेक प्रकार का राशन कार्ड हुआ करते थे, हमारी सरकार आने के बाद अमीर-गरीब सबके लिए एक जैसी राशनकार्ड और राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करने का काम किया।