बृहस्पत सिंह-TS Singh Deo मामले में आया नया मोड़, जानिए पूरा माजरा

New twist in the Brihaspat Singh-TS Singh Deo case, know the whole story! बृहस्पत सिंह-TS Singh Deo मामले में आया नया मोड़

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  • Publish Date - July 27, 2021 / 10:02 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:06 PM IST

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रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव और कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के बीच चल रहे विवाद पर आज नया मोड़ आ गया। इस मामले में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की ओर से रखे गए पक्ष से असंतुष्ट होकर स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव सदन से बाहर निकल गए। उनके नाराज होकर जाते ही विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया। नाराज सिंहदेव को मनाने के लिए सरकार की ओर से कवायद शुरू हुई। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में अपने चेंबर में मंत्रियों और सिंहदेव के साथ आपात बैठक की। बैठक के बाद मंत्रियों ने सब कुछ ठीक होने का दावा किया। उधर, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पुनिया ने बृहस्पत को नोटिस जारी करने की बात कही है। नोटिस को लेकर BJP ने कांग्रेस को घेरा है। BJP के मुताबिक बृहस्पत सिंह के साथ जो 18 विधायक शामिल थे उनसे भी जवाब मांगा जाए।

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छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और रामनानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह की ओर से उन पर लगाए गए आरोप के बाद प्रदेश की सियासत में ऊबाल आ गया है। मानसून सत्र के दूसरे दिन भी विधानसभा में ये मामला गूंजा। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बृहस्पत सिंह के आरोपों पर सरकार का पक्ष रखा। गृहमंत्री ने सदन को बताया कि विधायक बृहस्पत सिंह पायलेट वाहन समेत अपने गंतव्य पर सुरक्षित पहुंच गए थे। उनके फॉलो वाहन से एक गाड़ी टकराई थी, जिसके बाद गाड़ी में तोड़फोड़ की गई थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गृहमंत्री के इस जवाब से विपक्ष असंतुष्ट नजर आया और विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे।

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स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी गृहमंत्री के बयान से खिन्न नजर आए? उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता की मेरी स्थिति अब ऐसी है कि मैं सदन में उपस्थित रहूं। जब तक स्थिति को लेकर शासन की तरफ से स्पष्ट जवाब ना आए, तो मैं आप से इजाजत लेकर तब तक के लिए। जब तक शासन से मेरे संदर्भ में स्पष्ट जवाब नहीं आता। मैं सदन के कार्यवाही में शामिल होने के लिए अपने आपको योग्य नहीं समझता।

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इतना कहने के साथ ही वे सदन से वॉकआउट कर गए। उनके बहिगर्मन करने से सदन से लेकर सियासी गलियारे तक में हलचल मच गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विधानसभा में अपने चेंबर में मंत्रियों के साथ आपात बैठक की। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो विपक्ष ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए इस मामले की सदन की कमेटी से जांच कराने की मांग की। BJP विधायकों ने गर्भगृह में हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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कुछ देर बाद मंत्री सिंहदेव अपने बंगले से दोबारा विधानसभा पहुंचे, जहां पर उनकी सीएम भूपेश बघेल और मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री के चेंबर में चर्चा हुई। मंत्रियों ने ऑल इज वेल बताया। हालांकि सिंहदेव से जब पूछा गया कि क्या ये विवाद सुलझ गया है तो उन्होंने कहा कि ये भविष्य के गर्भ में है। कुल मिलाकर इस मुद्दे पर चल रही सियासी गहमागहमी को देखते हुए लगता है कि ये मामला अभी सुलझा नहीं है। इधर बीजेपी को सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। ऐसे में आने वाले दिनों के सियासी घटनाक्रम को देखना दिलचस्प होगा।

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