Publish Date - January 29, 2025 / 04:50 PM IST,
Updated On - January 29, 2025 / 05:12 PM IST
नारायणपुर। Naxalites Surrender News: नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले से एक बड़ी खबर आ रही है, जहाँ पहली बार कुतुल एरिया कमेटी के 29 माओवादियों ने हथियार डाले बिना ही आत्मसमर्पण कर दिया है। सरकार की पुनर्वास नीति और लगातार हो रहे विकास कार्यों के चलते नक्सलियों का मन बदल रहा है। इस आत्मसमर्पण को नक्सल उन्मूलन अभियान की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
जिला नारायणपुर में चल रहे माड़ बचाओ अभियान के तहत यह ऐतिहासिक आत्मसमर्पण हुआ है। इनमें 22 पुरुष और 7 महिला माओवादी संगठन की क्रूर विचारधारा और आंतरिक मतभेदों से तंग आकर मुख्यधारा में लौट आए हैं। आत्मसमर्पण करने वालों में जनताना सरकार, मिलिशिया, सीएनएम, कृषि शाखा सदस्य, और पंचायत सरकार अध्यक्ष जैसे पदों पर काम करने वाले माओवादी शामिल हैं।
Naxalites Surrender News: बता दें कि, नारायणपुर और अबूझमाड़ में हो रहे तेज़ी से विकास कार्यों, बन रही सड़कों और बढ़ रही सरकारी योजनाओं ने माओवादियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित किया है। इसके अलावा, संगठन के भीतर बढ़ती गुटबाजी और बाहरी माओवादियों द्वारा किए जा रहे भेदभाव से भी स्थानीय कैडर निराश था।”
नारायणपुर में 29 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया का क्या कारण है?
नारायणपुर में 29 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया क्योंकि वे मुख्यधारा में लौटने के लिए तैयार थे और सुरक्षा बलों के साथ मिलकर शांति स्थापित करने का संकल्प लिया है।
क्या नारायणपुर में 29 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है?
हां, हाल ही में नारायणपुर में 29 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जो शासन की पुनर्वास नीति के तहत मुख्यधारा में लौटे हैं।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को क्या सहायता मिलती है?
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार द्वारा सुरक्षा, पुनर्वास, और उनके जीवन को सुधारने के लिए विभिन्न प्रकार की सहायता दी जाती है।
नारायणपुर में 29 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया तो इसका समाज पर क्या असर होगा?
नारायणपुर में 29 नक्सलियों के आत्मसमर्पण से स्थानीय समुदाय में शांति और सुरक्षा बढ़ने की उम्मीद है, जिससे विकास कार्यों को प्रोत्साहन मिलेगा।