नारायणपुर: छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों में नक्सलवाद के खात्मे के लिए अभियान तेज़ी से चल रहा है। केंद्र सरकार की मंशा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में माओवादियों के खिलाफ लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर लाया जाए। छत्तीसगढ़ की बात करें तो साल 2024 में पुलिस और सुरक्षाबलों ने नक्सल विरोधी अभियानों में बड़ी सफलताएं हासिल कीं। (Big news related to Naxalites of Bastar) हालांकि, इसी वर्ष की शुरुआत में बीजापुर जिले के कुटरू इलाके में हुए आईईडी विस्फोट ने पुलिस को गहरा आघात पहुंचाया। इस हमले में डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के आठ जवान शहीद हो गए, साथ ही एक आम नागरिक की भी जान चली गई।
हालांकि नक्सलियों के खिलाफ सीधी मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों को लगातार सफलता मिल रही है, लेकिन बस्तर क्षेत्र के जंगलों और सड़कों पर बिछाए गए आईईडी सुरक्षाबलों के लिए गंभीर चुनौती बने हुए हैं। पुलिस ने इन विस्फोटकों का पता लगाने के लिए सघन अभियान शुरू किया है, लेकिन इनका खतरा अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
बस्तर पुलिस ने इन खतरनाक आईईडी का पता लगाने के लिए अब आम जनता की मदद लेने का फैसला किया है। पुलिस ने घोषणा की है कि जो भी व्यक्ति जंगलों या रास्तों में बिछाए गए आईईडी की जानकारी देगा, उसे 5,000 रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा। (Big news related to Naxalites of Bastar) ऐसे व्यक्तियों की पहचान पूरी तरह गुप्त रखी जाएगी, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
हाल के दिनों में आईईडी विस्फोटों से कई घटनाएं सामने आई हैं। पिछले दिनों एक ही हमले में 9 जवान शहीद हुए और एक ग्रामीण की भी मौत हुई। वहीं, बीते दो दिनों में चार ग्रामीण आईईडी की चपेट में आ चुके हैं। इसके बावजूद, पुलिस के तलाशी अभियान से राहत की खबरें भी आई हैं। पिछले दो महीनों में पुलिस ने 30 आईईडी विस्फोटकों को निष्क्रिय किया है।
बस्तर पुलिस का यह निर्णय न केवल नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करेगा, बल्कि आम नागरिकों की भागीदारी से नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा की भावना भी बढ़ेगी। (Big news related to Naxalites of Bastar) इसके साथ ही सुरक्षाबल लगातार अपने अभियानों को और प्रभावी बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।