नारायणपुर: बीते दिनों 4-5 जुलाई को छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों और पुलिस के जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पांच दुर्दांत नक्सलियों को मार गिराया था। इस बारे में बताया गया था कि मारे गए सभी नक्सली इनामी थे। (Narayan Police -Naxalites Latest Ancounter) इनपर 8-8 लाख रुपये यानि सभी पर कुल 40 लाख रुपये का इनाम था। सभी मृत नक्सली पीएलजीए की कंपनी नंबर एक के लड़ाके थे, जो कि सेंट्रल कमेटी के पदाधिकारियों की सुरक्षा में तैनात थे। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद लाशों की तस्वीर भी जारी की थी। इतना ही नहीं बल्कि घटना स्थल में पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार बरामद किए थे। बरामद हथियारों में 303 रायफल 1 नग, 315 बोर रायफल 3 नग, कार्बाइन रायफल 2 नग, (Naxal Encounter) बीजीएल लांचर सहित भारी मात्रा में नक्सली सामग्री शामिल थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि मृतकों में राकेश (35) ,कोंडा तोगड़ा (30), एडमा वड्डे (40) ,कमलू वड्डे (40) , फरसा तुमड़ा (30) शामिल थे।
वही अब नक्सली संगठन ने प्रेस नोट जारी करते हुए इस पूरे मुठभेड़ को फर्जी करार दिया है। उन्होंने दावा किया हैं कि, पुलिस और सुरक्षाबलों ने जिन्हे इनामी नक्सली करार दिया हैं दरअसल वह ग्रामीण हैं जो वनोपज बीनने जंगल गए हुए थे। (Narayan Police -Naxalites Latest Ancounter) पुलिस ने सभी पर अंधाधुन फायरिंग की और कई अन्य ग्रामीणों अपने साथ पकड़कर ले गई। नक्सलियों अपने खत में कहा हैं कि जमीनी सच्ची को जानने के लिए मानवाधिकार संगठनों और मीडिया को घटना स्थल का दौरा करना चाहिए।