CG Mid Day Meal Scheme: वाड्रफनगर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मिड डे मील के नाम पर बड़ी धांधली उजागर हुई। बच्चों के भोजन के नाम पर चूना लगाया जा रहा है। स्कूलों में मध्यान्ह भोजन तो संचालित है और बोर्ड में मेन्यू भी लिखा हुआ है लेकिन किसी भी दिन बच्चों को मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिल पा रहा है। मामला वाड्रफनगर के बिजाकुरा के सरकारी स्कूल पटेलपारा से सामने आया है, जहां बच्चों के मिड-डे मील पर डाका डाला जा रहा है।
बिजाकुरा सरकारी स्कूल में बच्चों की थाली से दाल और सब्जी गायब कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं उन्हें हल्दी डालकर पीला चावल खिलाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, बच्चों को मिड-डे मील में एक हफ्ते से सब्जी नहीं मिली हैं। ये पहली बार नहीं हुआ है जब मिड-डे मील ने नाम पर लापरवाही सामने आई हो, इससे पहले भी छत्तीसगढ़ के कई सरकारी स्कूलों से मिड-डे मील पर डाका डालने और बच्चों को सही तरीके से खाना नहीं देने के मामले उजागर हो चुके हैं।
कुछ दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के एक सरकारी स्कूल से मामला सामने आया था, जहां मिड डे मील का बुरा हाल देखने को मिला था। बता दें कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की दर्ज संख्या बढ़ाने और उन्हें पौष्टिक भोजन देने के उद्देश्य से मध्यान्ह भोजन योजना की शुरुआत की गई है। जिले के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन चल रहा, लेकिन किसी भी स्कूल में बच्चों को मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं मिल रहा है। कहीं बच्चों को दाल चावल तो कहीं दाल चावल सब्जी मिल रहा है। कभी भी उन्हें अचार पापड़ और मीठा जो मेन्यू में लिखा हुआ है कभी नहीं मिलता।