रिपोर्ट- संदीप शुक्ला, रायपुर: Mayor Aijaz Dhebar Budget नगर निगम की सामान्य सभा में आज 1,475 करोड़ रुपए का बजट पेश हुआ। सदन में काफी हंगामे और शोरशराबे के बीच महापौर एजाज ढेबर ने 90 लाख रुपए घाटे का बजट पेश किया। जिसमें कई अच्छे प्रावधान किए गए हैं। हालांकि विपक्ष ने सामान्य सभा शुरु होते ही पिछले प्रावधानों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया और वे निलंबित भी हुए। इन सबके बीच पहली बार राज्यपाल अनुसुईया उइके निगम मुख्यालय पहुंचीं। उन्होंने पार्षदों को जनता की समस्याओं को लेकर संवेदनशील रहने की नसीहत दी।
Mayor Aijaz Dhebar सदन में शोरशराबे और हंगामे की ये तस्वीरें रायपुर नगर निगम के सामान्य सभा की हैं। जहां इसी माहौल के बीच महापौर एजाज ढेबर ने 1475 करोड़ रुपए का बजट पेश किया। कोरोना काल में दो साल के लंबे अंतराल के बाद रायपुर नगर निगम का बजट पेश किया गया है। 90 लाख रुपए घाटे के इस बजट में कई अच्छे प्रावधान किए गए हैं। इसके अलावा आपदा राहत निधि के लिए 10 करोड़, आवास योजना के लिए 310 करोड़, अमृत मिशन योजना के लिए 199 करोड़, सॉलिड वेस्ट डोर टू डोर कलेक्शन के लिए 42 करोड़ का प्रावधान रखा गया है। इसी तरह नगर निगम अपनी आय बढ़ाने कमर्शियल कॉप्लेक्स निर्माण करेगी। सार्वजनिक प्रसाधन के लिए भी करोड़ों रुपए का प्रावधान किया गया है। इसी तरह नाला निर्माण के लिए 50 लाख, तात्यापारा नहरपारा सड़क चौड़ीकरण के लिए 20 करोड़, चौराहों के सौंदर्यीकरण के लिए 15 करोड़, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए डेढ़ करोड़ और मुख्यमंत्री द्वारा घोषित योजनाओं के लिए 180 करोड़ का प्रावधान इस बजट में किया गया है।
सामान्य सभा शुरु होते ही भाजपा समेत विपक्षी पार्षदों ने हंगामा शुरु कर दिया। संपत्तिकर और यूजर चार्ज में वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए भाजपा पार्षदों ने आसंदी का घेराव किया। सभापति की आसंदी तक पहुंचने की वजह से विपक्ष के 8 पार्षद निलंबित किए गए। इसके बाद उन्होंने नगर निगम मुख्यालय की सीढ़ियों पर भी प्रदर्शन किया। निलंबन वापस होने के बाद भी विपक्षी पार्षद सदन में नहीं आए और उनकी गैरमौजूदगी में बजट अभिभाषण शुरु हुआ।
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इधर पहली बार प्रदेश की राज्यपाल अनुसुईया उइके रायपुर नगर निगम पहुंचीं। उन्होंने सामान्य सभा की कार्यवाही देखी। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि पार्षद पद राजनीति की शुरुवाती पाठशाला है। सभी पार्षद जनता की समस्याओं को लेकर संवेदनशील रहें।
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