Love Crusade in CG: ‘गांव के 36 में से 29 परिवारों ने किया धर्म परिवर्तन, हिंदुओं से शादी से पहले धर्मांतरण का दबाव बनाती हैं ईसाई लड़कियां’.. रेणुका सिंह का गंभीर आरोप

'गांव के 36 में से 29 परिवारों ने किया धर्म परिवर्तन, Jashpur: Christian girls put pressure on Hindu men to convert before marrying them

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  • Publish Date - November 21, 2024 / 12:34 PM IST,
    Updated On - November 21, 2024 / 12:34 PM IST

जशपुरः Love Crusade in CG जिले के मनोरा ब्लाक के ढेंगनी गांव में युवक की मौत का मामला गरमाता जा रहा है। भुइंहर समाज के युवक के मौत मामले की जांच के लिए भाजपा की जांच टीम ढेंगनी गांव पहुंची। प्रतिनिधिमंडल ने मृतक युवक के परिवार वालों से मिलकर पूरे मामले की जानकारी ली। जांच के बाद भाजपा की टीम में शामिल भरतपुर-सोनहत की विधायक रेणुका सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गांव के 36 हिंदू परिवारों में 29 परिवार ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है। हिंदू बहुसंख्यक गांव में अब हिंदू ही अल्पसंख्यक हो गए हैं। गैरकानूनी ढंग से धर्मांतरण कराने वालों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि ईसाई लड़कियां हिंदू लड़कों से शादी का दबाव बनाती है। शादी करने से पहले लड़कों पर धर्मांतरण का दबाव बनाती है।

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Love Crusade in CG उन्होंने कहा कि 13 अगस्त को गाज गिरने से राजेंद्र चोराट की मौत हो गई थी। राजेंद्र हिंदू परिवार का है। माता-पिता चाहते थे कि उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज के साथ हो, लेकिन राजेंद्र की पत्नी ईसाई धर्म से है और चोराट गांव में ज्यादातर लोग ईसाई धर्म हैं। इसलिए उनका अंतिम संस्कार ईसाई धर्म से रीति-रिवाज के साथ हुआ। परिवार वालों ने विरोध तो सरकार तक बात पहुंची और भाजपा ने इस कर जांच कमेटी गठित की। उन्होंने कहा कि गांव के 36 हिंदू परिवारों में 29 परिवार ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है। हिंदू बहुसंख्यक गांव में अब हिंदू ही अल्पसंख्यक हो गए हैं।

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परिजनों ने की हिंदू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार करने की मांग

मृतक राजेंद्र चौराट, जिसकी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी, को ईसाई रीति-रिवाज से दफनाया गया था। मृतक की पत्नी का दावा है कि उनके पति ने ईसाई धर्म अपना लिया था, लेकिन मृतक के परिवारजन और स्थानीय भुइंहर समाज का कहना है कि उनका धर्मांतरण अवैध तरीके से कराया गया था। अब परिवार ने शव को कब्र से निकालकर हिंदू रीति से अंतिम संस्कार की मांग की है। इस मुद्दे ने स्थानीय समाज में टकराव पैदा कर दिया है, और पुलिस व प्रशासन मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।

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