भिलाई। Manipur landslide, lieutenant colonel kapil dev pandey martyr: मणिपुर के इंफाल में लैंडस्लाइड में भिलाई के लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव पांडेय शहीद हो गए हैं। उनके शहीद होने पर प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित की है। खबर लिखे जाने तक उनके शव को इंफाल बेस कैंप लाया जा रहा है।
बता दें कि तीन दिन से लापता सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल कपिलदेव पाण्डेय इंफाल में हुए लैंडस्लाइड में दब गए थे। भिलाई के नेहरू नगर के रहने वाले कपिलदेव पाण्डेय की मौत की पुष्टि उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल छवि पाण्डेय ने शव की पहचान करके की। उनके शव को इंफाल बेस कैंप लाया जा रहा है। उनके शहीद से से उनके दो बेटों 8 साल के अभिराज और 3 साल अवीर के सिर से पता का साया उठ गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
परिजनों के मुताबिक घटना बुधवार रात करीब साढ़े 12.30 बजे की है। मणिपुर के इंफाल में निर्माणाधीन जिरिबम रेलवे लाइन और रेलवे स्टेशन के पास आर्मी का बेस कैंप था। उस बेस कैंप में लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव पांडेय भी थे। जिस समय हादसा हुआ कपिलदेव अपनी मां कुसुम और बहन भावना पाण्डेय से वीडियो काॅल में बात कर रहे थे।
मां ने उनसे पूछा भी कि कपिल तीन साल से भिलाई नहीं आए कब आ रहे हो। इस पर उन्होंने जल्द आने की बात भी कही। इसी दौरान अचानक तेज गड़गड़ाहट सुनाई दी। इसके बाद कपिल ने मां से कहा कि लगता है कैंप के पीछे कुछ हुआ है। वहां जाना पड़ेगा। यह कहते हुए उन्होंने काल डिसकनेक्ट कर दी। उसके बाद से लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव का मोबाइल बंद आ रहा था। बताया जा रहा है कि वह लैंडस्लाइड की चपेट में आ गए। तीन दिनों की खोजबीन के बाद उनका पार्थिव शरीर मणिपुर से सेना ने खोजा। सूचना मिलते ही दिल्ली में पदस्थ उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट कर्नल छवि पाण्डेय वहां पहुंची और शव की पहचान कपिलदेव पाण्डेय के रूप में की। बता दें कि कपिलदेव पाण्डेय भिलाई प्रेस क्लब की अध्यक्ष भावना पाण्डेय के भाई थे।
लेफ्टिनेंट कर्नल कपिलदेव पाण्डेय के शहीद होने से पूरे दुर्ग जिला शोक में डूब हुआ है। नेहरू नगर स्थित उनके घर में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। सभी लोग उन्हें ढाहस बंधा रहे हैं। बता दें कि 107 बटालियन गोरखा राइफल्स मणिपुर में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल कपिल देव पाण्डेय मणिपुर के नोनी जिले के तुपुल में रेलवे ट्रैक व स्टेशन निर्माण स्थल पर एक बड़े भूस्खलन के बाद लापता हो गए थे। रविवार को उनका शव बरामद कर लिया गया ।
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बता दें कि मणिपुर के नोनी जिले में एक रेलवे निर्माण स्थल पर भूस्खलन के कारण रविवार को तीन और लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। जिसके बाद इस हादसे में मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 37 हो गई। 25 और लोगों को ढूंढने के लिये तलाश अभियान जारी है।