बलरामपुर: martyr Lagur Nagesia 109 साल बाद शहीद लागुड़ नगेसिया की अस्थियों का अंतिम संस्कार करने के बाद आज विधि विधान से बलरामपुर में सामूहिक भोज का कार्यक्रम संपन्न हुआ। संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज के नेतृत्व में ये आयोजन किया गया, जिसमें दूर-दूर से आदिवासी समुदाय के लोग शामिल हुए।
martyr Lagur Nagesia बताया जाता है कि साल 1913 में अंग्रेजों ने लागूड़ नगेसिया को मृत्युदंड की सजा दी थी और उन्हें खौलते तेल में डाल दिया था। इसके बाद से शहीद की अस्थियों को अंबिकापुर में एक स्कूल में सुरक्षित रखा गया था। तब से शहीद का अंतिम संस्कार कराने की मांग की जा रही थी, जिसको लेकर संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने पहल करते हुए 5 फरवरी 2022 को सामरी में उनका अंतिम संस्कार करवाया।
Read More: 8 साल बाद खत्म हुआ स्टाप नर्सों का इंतजार, जारी हुआ प्रमोशन के साथ ट्रांसफर का आदेश
वहीं आज सामूहिक भोज का कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के दौरान समाज के लोगों ने सामरी में लागुड़ नगेसिया, थिथिर उरांव और बिगुड़ बनिया का स्मारक बनवाने की भी मांग रखी।
Read More: पूरे प्रदेश में कल से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, यहां 6 महीने बाद हटाया गया नाइट कर्फ्यू