Reported By: dhiraj dubay
,कोरबा। Workers strike against BALCO management अपनी मनमानी के लिए मशहूर बालको प्रबंधन ने चोटिया की दो नंबर खदान को अचानक बंद कर दिया। बताया जा रहा है खदान बंद करने 3 दिन पहले ही प्रशासन को सूचना दी गई थी। इसके बाद उत्खनन और परिवहन के काम से जुड़ी धनसार इंजीनियरिंग सर्विस डेको ने अपने सभी ऑपरेटर और मजदूरों को काम से निकाल दिया।
आज ठेका कंपनी से जुड़े करीब 300 मजदूर और ऑपरेटर ने भरी बरसात के बीच ही आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया। उनकी मांगे हैं कि जब ठेका 3 साल का हुआ है तो फिर उसे बीच में क्यों टर्मिनेट किया जा रहा है।अगर करना है तो फिर उन्हें शेष 14 माह का भुगतान किया जाए।
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Workers strike against BALCO management इससे पहले बालको ने चोटिया की 1 नंबर खदान को बंद कर वहां राख भरने का काम शुरू कर दिया है। बालको की ही गाड़ियां चोटिया से कोयला लेकर जाती हैं और बदले में वापसी भाड़े के रूप में सस्ते राखड़ बालको डेम से भरकर ले आती हैं। राख को भी नियम विरुद्ध तरीके से लाकर बिना तिरपाल के भेजा जा रहा है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। वहीं राख को यहां वहां फेंके जाने से किसानों के खेत ख़राब हो रहे हैं।
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पिछले दिनों पर्यावरण विभाग की जांच में ऐसे ही 4 स्थानों पर अवैध राख फेंके जाने की पुष्टि हुई थी। जिस पर पर्यावरण मंत्री के निर्देश पर 14 लाख से अधिक का जुर्माना अधिरोपित किया गया था। जबकि बालको के ऐसे स्थान करीब 800 स्थान से ऊपर कोरबा में मिल जाएंगे। जहां खुले में अवैध तरीके से राख को फेंका गया है। फिलहाल चोटिया में श्रमिकों का आंदोलन जारी है। इधर बालको के ही अन्य कई ऐसे ही मामले श्रम न्यायालय में लंबित हैं, जहां श्रमिकों को न्याय का इंतजार है।