Korba Latest News: ऐसा सरकारी राशन की मवेशी भी न खाएं.. कोरबा में बंट रहा हैं भीगा हुआ शक्कर और चावल, अफसर दे रहे ये दलीलें..

ट्रांसपोर्टर के पास कम गाड़िया है और भंडारण का लोड ज्यादा है। इससे ट्रक चालक गाड़ी को अच्छे से तिरपाल नही बांधते है, जिससे राशन समान भीग जाता है।

  • Reported By: dhiraj dubay

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  • Publish Date - August 31, 2024 / 12:08 AM IST,
    Updated On - August 31, 2024 / 12:08 AM IST

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कोरबा: जिला आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है और कोरबा जिले में नान प्रबंधक और उनके अधीनस्थ स्टाफ के उदासीन रवैया की वजह से (Public distribution system in poor condition in Korba district) कोरबा जिले के गरीबों को सार्वजनिक उचित मूल्य की दुकानों से घटिया राशन सामग्री का वितरण करवाया जा रहा है।

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दरअसल कोरबा जिले के कोरबा ग्रामीण अंतर्गत चुईया में संचालक के द्वारा खराब चावल का सफाई करवा कर वितरण करने का मामला समाने आया। ऐसा ही मामला करतला ब्लॉक के जोगीपाली और कनकी में भी देखने को मिला जहां चावल में कनकी की मात्रा ज्यादा थी। सुखरीकला में शक्कर खराब क्वालिटी का था और पानी में भीगे हुए, जमे हुए मिले। इसी तरह फरसवानी में खराब शक्कर मिले, शक्कर के बोरी में गुटखा का पैकेट भी पाया गया।

कवर्धा से शक्कर की सप्लाई

जानकारी के अनुसार शक्कर कवर्धा जिले से कोरबा में सप्लाई किया जाता है। (Public distribution system in poor condition in Korba district) सप्लाई चैन में कवर्धा नान और कोरबा नान के क्वालिटी इंस्पेक्टर क्वालिटी को जांच करते है उसके बाद भी इस प्रकार की गड़बड़ी से साफ साफ समझा जा सकता है कि किस तरह से गरीबों के अनाज के साथ क्वालिटी इंस्पेक्टर खिलवाड़ कर रहे है।

नहीं होता बाद में भण्डारण

सोसाइटी संचालक से इस संबंध में जब बात की गई तो बताया कि अगर खराब सामान लेने से मना करते है तो ट्रांसपोर्टर के द्वारा बाद में समय से भंडारण नही किया जाता है। ट्रांसपोर्टर के पास कम गाड़िया है और भंडारण का लोड ज्यादा है। इससे ट्रक चालक गाड़ी को अच्छे से तिरपाल नही बांधते है, जिससे राशन समान भीग जाता है। इसका खामियाजा संचालक और राशन कार्ड हितग्राहियों को भुगतना पड़ता है। कोरबा जिले में अनेकों राइस मिल है जिनसे चावल का उठाव किया जाता है। यहां मिलर के द्वारा नाना गोदाम में पहुंचा कर दिया जाता है फिर यहां से उचित मूल्य की दुकान में पहुंचाया जाता है। इस कड़ी में नान गोदाम पहुंचने वाले चावला की गुणवत्ता की जांच करने का जिम्मा भी क्वालिटी इंस्पेक्टर की होती है, लेकिन क्वालिटी इंस्पेक्टर को शायद किसी और सामग्री की चिंता रहती है।

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इस वजह से कनकी चावला को भी पास कर रहे है, कही न कही पूरे मामले में क्वालिटी इंस्पेक्टर की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है, (Public distribution system in poor condition in Korba district) उचित मूल्य की दुकान में खराब राशन सामग्री की जानकारी देने पर खाद्य विभाग के अधिकारी घनश्याम कंवर ने बताया की शिकायत मिली थी जांच की जा रही है जो भी खराब चावल, शक्कर है उसे वापस किया जाएगा, लोगों को अच्छी क्वालिटी का अनाज वितरण किया जाएगा।

क्वालिटी इंस्पेक्टर की कार्यशैली और खराब अनाज को लेकर नान प्रबंधक उमेश पाण्डेय ने बताया की ये गंभीर मामला है। शक्कर के लिए कवर्धा सप्लायर को नोटिस जारी किया जा रहा है। शक्कर को बदल कर नया शक्कर दिया जायेगा। चावल में कनकी की मात्रा रहती ही है लेकिन ज्यादा मात्रा होने की बात समाने आ रही है तो इसकी जांच की जायेगी। संबंधित क्वालिटी इंस्पेक्टर को नोटिस जारी किया जायेगा। ट्रांसपोर्टरों की बैठक लेकर उपलब्ध वाहन और समान को व्यवस्थित रूप से ढँककर पहुंचाने की शर्तो का ध्यान रखने का निर्देश दिया जायेगा। अगर ट्रांसपोर्टर शर्तो का पालन नही करते है तो विभागीय कार्यवाही की जायेगी।

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