Reported By: dhiraj dubay
,कोरबा: शासन के निर्देशों को धता बताते हुए ड्यूटी टाइम पर भी निजी नर्सिंग होम और प्राइवेट क्लीनिक में प्रैक्टिस करने वाले कोरबा जिले के तीन शासकीय चिकित्सकों को इस बाबत नोटिस जारी किया गया हैं। (Notice Issued to government doctors doing private practice in Korba) तीनों ही चिकित्सकों के इन कारनामों का खुलासा पिछले दिनों IBC24 ने किया था। जारी नोटिस का जवाब देने के लिए उन्हें तीन दिनों की मोहलत दी गई हैं।
दरअसल पिछले दिनों जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में संदिग्ध डेंगू मरीज की उपचार में दौरान मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया था। मौत के बाद उपचार कर रहे चिकित्सक डॉ वेदप्रकाश जो कि मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है और एमडी मेडिसिन है। उन्होंने परिजनों को अमर्यादित बयान देते कहा था कि डेंगू के मरीज की मौत ही होती है।
Read Also: PM Jan Dhan Yojana: क्या आपका भी जन धन खाता हो गया है बंद? हो सकती है ये बड़ी वजह
इस पूरे मामले की जानकारी जब मीडिया को हुई तब आईबीसी24 ने मामले की पड़ताल शुरू की। इस पड़ताल में मालूम चला कि शासकीय डॉक्टर वेद प्रकाश शहर के एक निजी नर्सिंग होम श्वेता नर्सिंग होम में अपनी सेवाएं देते है। (Notice Issued to government doctors doing private practice in Korba) इसी अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के ही डॉक्टर शशिकांत भास्कर भी अपनी सेवाएं जारी रखे हुए है वो भी ड्यूटी समय में।
इसी तरह एमडी मेडिसिन डॉक्टर विशाल राजपूत अपनी निजी क्लिनिक खोले हुए है। वही अब इन तीनों ही सरकारी चिकित्सकों को मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉक्टर अविनाश मेश्राम की तरफ से नोटिस जारी किया गया हैं। डॉक्टरों को निजी प्रैक्टिस के चलते जारी हुए इस नोटिस के बाद स्वास्थ्य अमले में हड़कंप मचा हुआ हैं। देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन ऐसे गैर जिम्मेदार डॉक्टर्स के जवाब से कितना संतुष्ट होती है या फिर किस तरह की कार्रवाई सुनिश्चित करती है।