धीरज दुबे, कोरबा।
कोरबा जिला में एसईसीएल की खदानों में आतंक मचाने वाले डीजल माफिया एक बार फिर सक्रिय होने लगे हैं। ताजा मामला दीपका थाना क्षेत्र के गेवरा खदान का है। जहां सीआईएसएफ की टीम ने एक बोलेरो जीप और उसमें रखे जरीकेन से करीब 220 लीटर चोरी का डीजल बरामद कर पुलिस के सुपुर्द किया है। बता दें कि पिछले 5 सालों में डीजल गैंग को ऑपरेट करने वाले माफियाओं के खिलाफ पुसिल की नरमी के कारण आज तक इस अवैध कारोबार पर कभी भी अंकुश नहीं लग सका। ऐसे में प्रदेश में सरकार बदलने के बाद एक बार फिर ये गैंग एसईसीएल की खदानों में सक्रिय होने लगा है। कोरबा जिला में संचालित एसईसीएल की खदान कोयला उत्पादन के साथ ही कोयला और डीजल चोरी के लिए पूरे छत्तीसगढ़ में चर्चित है। डेढ़ वर्ष पहले ही एसईसीएल की गेवरा और कुसमुंडा खदान से खुलेआम होने वाले कोयला और डीजल चोरी को लेकर जमकर राजनीति गरमाई थी।
कांग्रेस सरकार पर उठे थे सवाल
वहीं रायगढ़ के मौजूदा विधायक ओ.पी.चौधरी ने उस वक्त इस अवैध कारोबार को KGF-2 बताकर ट्वीट कर कांग्रेस पर सवाल उठाए थे। तब कांग्रेस पार्टी के एक पदाधिकारी की शिकायत पर कोरबा पुलिस ने ओ.पी.चौधरी के खिलाफ बकायदा कोरबा में FIR दर्ज कर लिया था। लेकिन कोयला खदान में चलने वाले इस माफिया राज पर पूरे 5 साल अंकुश नहीं लग सका। चुनाव के वक्त कुछ महीनों के लिए ये अवैध कारोबार बंद रहा। लेकिन प्रदेश में बीजेपी की नई सरकार आने के बाद एक बार फिर इस अवैध कारोबार से जुड़े माफिया खदान में अपने कारोबार को एक्टिवेट करते नजर आ रहे हैं। जीं हां ताजा मामला एसईसीएल के गेवरा माइंस का है। यहां 17 दिसंबर को खदान के बी-2 कोल स्टाक में खड़ी पीसी क्रमांक-178 से दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा 35-35 लीटर की जरीकेन में डीजल की खुलेआम चोरी कर डीजल भरा गया।
बरमाद किए थे डीजल से भरे 6 जकीरेन
बता दें कि चोरी के डीजल को बोलेरो क्रमांक सीजी 12 बीडी 2071 में रखकर भागने की फिराक में थे, तभी उन पर सीआईएसएफ क्यूआरटी टीम की नजर पड़ गई। सीआईएसएफ की टीम ने बोलेरो का पीछा कर पकड़ने का प्रयास किया। तब भागते समय बोलेरो कोयले के ढेर से टकरा कर क्षतिग्रस्त हो गई। इस दौरान डीजल चोर मौके पर ही डीजल और बोलेरो जीप छोड़कर भाग निकले। बोलरो की तलाशी में अंदर रखे 35-35 लीटर के कुल 9 जरीकेन से 6 जरीकेन पूरे भरे हुए और एक में आधा डीजल भरा पाया गया।
वहीं इस पूरे मामले की जानकारी दीपका पुलिस को दी गयी। जिस पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि जिस अवैध कारोबार को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस को घेरते रही, क्या बीजेपी अपनी सरकार में इस अवैध कारोबार को लेकर कोई कड़े फैसले लेगी ? या फिर कोयला खदान में माफिया राज हावी रहेगा ? ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।