Kondagaon police constable suicide || कोंडागांव में आरक्षक ने लगाई फांसी

Kondagaon police constable suicide: ससुराल से लौटे पुलिस कॉन्स्टेबल ने लगाई फांसी.. अपने ही शर्ट को बनाया फंदा, शुरू हुई जांच

पुलिस इस घटना की हर पहलू से जांच कर रही है। परिजनों और सहकर्मियों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि विकास पाण्डेय ने आत्महत्या क्यों की।

Edited By :   |  

Reported By: Anjay Yadav

Modified Date: March 20, 2025 / 07:44 PM IST
,
Published Date: March 20, 2025 7:44 pm IST
HIGHLIGHTS
  • ट्रैफिक आरक्षक विकास पाण्डेय की संदिग्ध आत्महत्या – सरकारी आवास के बाहर पेड़ से लटका मिला शव, शर्ट पर खून के निशान मिले।
  • पुलिस जांच में जुटी, साजिश की आशंका – आत्महत्या के कारणों की जांच जारी, परिजनों और सहकर्मियों से पूछताछ की जा रही।
  • परिवार और सहकर्मियों में शोक – पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए, मौत की असली वजह जानने की बेचैनी बढ़ी।

Kondagaon police constable suicide: कोण्डागांव: जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां ट्रैफिक पुलिस में पदस्थ आरक्षक विकास पाण्डेय ने बीती रात अज्ञात कारणों से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनका शव डीएनके कॉलोनी स्थित बीईओ कार्यालय के पास, उनके सरकारी आवास के बाहर एक पेड़ से लटका हुआ मिला। आत्महत्या के लिए उन्होंने अपनी ही शर्ट का उपयोग किया था, लेकिन उनकी शर्ट और बनियान खून से सनी हुई थी, जिससे इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

Read More: Zen Technologies Share Price: डिफेंस सेक्टर का वो सितारा जिसने 1 लाख को बनाया 50 लाख का खजाना, 5 साल में बदली निवेशकों की किस्मत…

घटना की सूचना मिलते ही सिटी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आत्महत्या का कारण क्या हो सकता है और क्या इसमें कोई साजिश तो नहीं है।

Kondagaon police constable suicide: बताया जा रहा है कि विकास पाण्डेय मूल रूप से लिहागांव, बड़ेराजपुर के रहने वाले थे और वर्तमान में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ कोण्डागांव में रह रहे थे। 19 मार्च को वे अपने ससुराल गिरोला गांव गए थे और वहां से ड्यूटी में लौटने की बात कहकर अकेले कोण्डागांव वापस आए थे। लौटते समय उनकी कार रास्ते में एक आम के पेड़ से टकरा गई, जिससे वे मामूली रूप से घायल हो गए थे। हालांकि, इसके बावजूद वे कोण्डागांव पहुंचे और उसी रात अज्ञात कारणों से आत्महत्या कर ली।

Read Also: Naxlite Encounter in Chhattisgarh: 31 मार्च से पहले नक्सलमुक्त होगा देश, एनकाउंटर में 22 नक्सलियों के ढेर के बाद अमित शाह ने बताई खात्मे की डेडलाइन

पुलिस इस घटना की हर पहलू से जांच कर रही है। परिजनों और सहकर्मियों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि विकास पाण्डेय ने आत्महत्या क्यों की। उनका शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा। इस घटना से उनके परिवार और सहयोगियों में गहरा शोक है, और सभी उनकी आत्महत्या के पीछे की असली वजह जानने को लेकर चिंतित हैं।

 
Flowers