Kondagaon News: दुल्हन की डोली उठने से पहले ही हो गया ये कांड, सदमें में आया परिवार

दुल्हन की डोली उठने से पहले ही हो गया ये कांड, सदमें में आया परिवार This scandal happened even before the bride's doli got up

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  • Publish Date - April 18, 2023 / 12:40 PM IST,
    Updated On - April 18, 2023 / 12:40 PM IST

Brother died due to electrocution even before the sister’s doli got up: कोंडागांव। पहले 108 एंबुलेंस के चपेट में आने से युवक की मौत का मामला और अब 108 एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलने से करंट के चपेट में आए युवक की मौत का मामला कोण्डागांव से प्रकाश में आया है। दरअसल, बीती रात कोण्डागांव के खुटडोबरा निवासी 26 वर्षीय कुलदीप कोर्राम करंट के चपेट में आ गया, जिसके चलते उसके परिजनों ने तत्काल 108 एंबुलेंस के लिए कॉल किया, लेकिन कॉल सेंटर से किसी के द्वारा जवाब नहीं दिया गया। मजबूरन परिजनों ने गंभीर रूप से घायल कुलदीप कोर्राम को बाइक में बिठाकर कोण्डागांव के जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने कुलदीप को मृत घोषित कर दिया।

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कोंडागांव जिले में 108 एंबुलेंस के माध्यम से लगातार लापरवाही का मामला सामने आ रहा है। इन लापरवाही के चलते किसी ना किसी की जान जा रही है। बीती रात कोंडागांव जिला अस्पताल में मृत कुलदीप कोर्राम के परिजनों के द्वारा भी 108 की लापरवाही से नाराज होकर जमकर हंगामा किया गया है। घटना की जानकारी देते हुए कुलदीप कोर्राम के भाई भारत कोर्राम ने बताया कि, उनके खुटडोबरा स्थित निवास में बड़े पापा की बेटी का विवाह कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान बिजली गुल हो गया, जिसे देखने के लिए वह घर के पास स्थित बिजली के खंभे के पास पहुंचा। बिजली के खंभे से जमीन तक जाने वाले अर्थिंग के वायर को छूते ही कुलदीप अचानक करंट के चपेट में आ गया।

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परिजनों की माने तो बिजली के चपेट में आने से कुलदीप गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा, और तड़पने लगा। तड़पते कुलदीप के मदद के लिए 108 एंबुलेंस की सुविधा के लिए कॉल सेंटर में कॉल किया गया। 25 से 30 बार कॉल करने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला। उसे बाइक से ही जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने कुलदीप को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का मानना है कि यदि 108 एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पाती तो भी कॉल सेंटर यदि तत्काल कॉल रिसीव करके एंबुलेंस नहीं होने की जानकारी दे देता तो वे समय से उसके भाई को अस्पताल ला पाते। कॉल सेंटर के इस लापरवाही का खामियाजा उसके भाई को अपनी जान देकर चुकाना पड़ी है।

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घटना की जानकारी मिलते ही कोण्डागांव की सिटी कोतवाली पुलिस और एसडीओपी नितेश सिंह परिहार मौका स्थल पर पहुंचे। इसके बाद परिजनों को काफी देर समझाइश दिया गया। पुलिस समझाइश के पूर्व परिजन शव का पोस्टमार्टम करवाए बगैर घर लौटने की बात कह रहे थे। समझाइश के बाद परिजन पोस्टमार्टम और 108 विभाग के विरुद्ध लिखित शिकायत की बात मानते हुए सिटी कोतवाली के लिए रवाना हुए हैं। IBC24 से अन्जय यादव की रिपोर्ट

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