Knives out between students in hostel for SC children: महासमुंद। छत्तीसगढ़ के जिले महासमुंद में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के बच्चों के लिए छात्रावास चलाये जाते है, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी आदिम जाति कल्याण विभाग की होती है। विगत दिनों प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास महासमुंद में चाकूबाजी की घटना हुई। इस घटना के बाद से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए गए हैं।
आपको बता दें कि प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास महासमुंद मे 50 बच्चों के रहने की व्यवस्था की गयी है और वर्तमान मे 6वीं से लेकर 10वीं तक के 30 छात्र यहां रहकर पढाई करते हैं, जिनकी सुरक्षा व भोजन की व्यवस्था आदिम जाति कल्याण विभाग की होती है। विगत 8 फरवरी को एक 8वीं के छात्र ने 10वीं के छात्र को चाकू मार घायल कर देता है। घायल छात्र छात्रावास अधीक्षक आवास जाकर अधीक्षक को बता कर बेहोश हो जाता है। उसके बाद अधीक्षक 112 की मदद से घायल बच्चे को मेडिकल कालेज पहुंचाते है। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को रायपुर रेफर कर दिया जाता है।
वर्तमान में घायल छात्र खतरे से बाहर है, जिस छात्र ने चाकू से वार किया था उसके खिलाफ अधीक्षक ने कोतवाली मे मामला दर्ज करवाते हुए उस छात्र को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया है, पर इस घटना ने छात्रावास के सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिया है।
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Knives out between students in hostel for SC children: आखिर इन मासूम की सुरक्षा कौन करेगा और वे छात्रावास मे रहकर कैसे अपनी पढाई करेंगे? जहां छात्रावास अधीक्षक घटना की जानकारी बताते हुए सुरक्षा के सवाल पर स्टाप की कमी का हवाला दे रही है, वहीं आदिम जाति कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त कैमरे के समक्ष कुछ भी बोलने से इंकार करते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रही है।