विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की बल्ले-बल्ले! एक साथ 50 लोगों ने थामा कांग्रेस का ‘हाथ’

50 people joined Congress: भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए शंभुराम नाग व पीलाबाई नेताम ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से हम वन अधिकार पट्टा के लिए दरबदर भटक रहे थे। लेकिन हमारा काम नहीं हो रहा था।

  •  
  • Publish Date - July 26, 2023 / 02:43 PM IST,
    Updated On - July 26, 2023 / 02:43 PM IST

50 people joined Congress: केशकाल। छत्तीसगढ़ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से प्रभावित होकर ग्राम पडडे, कुएं व पलोरा के 50 से अधिक लोगों ने आज कांग्रेस में प्रवेश किया है। इनमें से कुछ ऐसे लोग भी हैं जो पहले भाजपा के कार्यकर्ता थे और अब कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इसके पहले आज केशकाल विकासखंड अंतर्गत निवासरत ग्रामीणों को अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम के तहत वन अधिकार मान्यता पत्र एवं ऋण पुस्तिका केशकाल विधायक संतराम नेताम के हाथों से करीब 100 ग्रामीणों को बांटा गया है। अबतक केशकाल विधानसभा के 4000 से अधिक ग्रामीणों को वन अधिकार मान्यता पत्र वितरण किया जा चुका है।

read more:  दंडवत होंगी महिलाएं, घुटनों के बल चलेंगे कर्मचारी, एस्मा और बर्खास्तगी का भी नहीं रहा खौफ 

भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए शंभुराम नाग व पीलाबाई नेताम ने बताया कि पिछले 15 वर्षों से हम वन अधिकार पट्टा के लिए दरबदर भटक रहे थे। लेकिन हमारा काम नहीं हो रहा था। जब केशकाल विधायक संतराम नेताम से मिल कर हमने समस्या बताई तो उन्होंने तत्काल अधिकारियों को निर्देश दिए और उसके परिणामस्वरूप आज हमारे हाथ में हमारा वन अधिकार पट्टा व ऋण पुस्तिका है। इसी प्रकार से हमारे गांव में नल जल योजना का विस्तार हुआ है। पक्की सड़क भी बन रही है। इससे ग्रामीण काफी खुश हैं। और यही वजह है कि हम कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।

read more: Kargil Vijay Diwas: 26 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है कारगिल विजय दिवस? जानें इतिहास 

50 people joined Congress : इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने कहा कि जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के द्वारा छत्तीसगढ़ के मूलनिवासी एवं परंपरागत निवासियों के अधिकारों का संरक्षण करने के लिए पहल की गई है यह सराहनीय पहल है। बस्तर के सभी विधायकों ने माननीय मुख्यमंत्री जी से मांग किया था कि जल्द से जल्द सभी पात्र हितग्राहियों को अधिकार पत्र दिया जाए। परिणामस्वरूप बस्तर के निवासियों की जल जंगल जमीन की मांग पूरी हुई है। पूरे प्रदेश में केशकाल विधानसभा के हितग्राहियों को सबसे ज्यादा वन अधिकार मान्यता पत्र बांटा गया है।