Reported By: Amitabh Bhattacharya
, Modified Date: February 9, 2024 / 04:16 PM IST, Published Date : February 9, 2024/4:16 pm ISTपखांजूर। Forest Produce Strike: छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज प्रबंधक संघ के आह्वान पर प्रदेश भर लघु वनोपज प्रबंधकों ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने कहा है कि मांग पूरी न होने पर आंदोलन और तेज किया जाएगा। भानुप्रतापपुर वनमंडल के सभी प्रबंधक समिति समेत राज्य में 902 समिति प्रबंधक कार्यरत हैं। पहली मांग है प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधकों के स्वीकृत वित्त विभागीय प्रस्ताव अनुसार तीन स्तरीय वेतनमान लेवल सात, लेवल आठ व लेवल नौ की संशोधित आदेश किया जाए। प्रबंध संचालक ने मनमानी करते हुए तीन स्तरीय वेतनमान को घटा दिया है।
दूसरी मांग शासन के वित्त विभाग के आदेश दो जुलाई 2023 के अनुसार पुनरीक्षित वेतनमान एक जुलाई 2023 से लागू किया जाए। तीसरी मांग प्रबंधकों की सेवा नियम प्रक्रिया के बिंदु क्रमांक चार चयनित अभ्यार्थी एक वर्ष अवधि तक परिवीक्षा पर कार्यरत रहेगा। इसके बाद उसे नियमित किया जाए, लेकिन प्रबंधकों को नियमित नहीं किया गया। चौथी और अंतिम मांग प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति प्रबंधकों को विभाग में कार्यरत अन्य कर्मचारियों की भांति उनके मासिक वेतन माह के प्रथम दिवस तक निजी खाते में जमा किया जाए।
Forest Produce Strike: राज्य संघ के पदाधिकारियों ने अपनी मांग को लेकर 24 जनवरी 2024 को प्रबंध संचालक रायपुर को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन मांग पूरी करने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इससे पूरे प्रदेश के प्रबंधकों में रोष व्याप्त है। अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहने पर तेंदूपत्ता शाखकर्तन, संग्रहण, वनोपज खरीदी के साथ शासन की संबंधित योजना जैसे मृत्यु बीमा, शिक्षा छात्रवृत्ति, संग्राहक सर्वेक्षण कार्य, पीवीजीटी समूह आदि सभी कार्य प्रभावित होंगे। मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज करेंगे।