रायपुर : Mukesh Chandrakar Murder Case : बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव ठेकेदार संघ के अध्यक्ष सुरेश चंद्राकर के यहां सेप्टिक टैंक से बरामद होने के बाद से और कांग्रेस कनेक्शन के आरोपों पर छत्तीसगढ़ में सियासत गरमाई हुई है।
1 जनवरी बस्तर के बीजापुर से एक पत्रकार लापता होता है। परिवार गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाती है। संदेह भी जताती है एक नाम पर वो नाम सुरेश चंद्राकार का। क्योंकि मुकेश ने ठेकेदार के खिलाफ एक रिपोर्ट दिखाई थी भ्रष्टाचार की। 3 जनवरी को मुकेश नही, मुकेश का शव मिलता है वो भी उसी ठेकेदार के साईट के सैप्टिक टैंक में।
Mukesh Chandrakar Murder Case : दरअसल मुकेश चंद्राकर ने सप्ताह भर पहले अपने संस्थान में सुरेश चंद्राकर की गुणवत्ता विहीन सड़क पर ओवर पेमेंट को लेकर खबर बनवाई थी। जिसके चलते शक की सुई सुरेश चंद्राकर पर अटकी थी। चूंकि टैंक को हाल ही में कंक्रीट से बंद किया गया था, जिससे हत्या का शक और भी गहरा हो गया था। आखिरकार 24 घंटे बाद पुलिस ने टैंक को तोड़ा तो मुकेश का शव देखकर सब हैरान हो गए। शव को देखने पर साफ हो गया कि मुकेश की बेरहमी से हत्या की गई है। पुलिस मामले में जांच कर कार्रवाई की बात कह रही है।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव मिलने के बाद से सूबे की सियासत में खासा उबाल देखने को मिल रहा है। सीएम विष्णुदेव साय ने शुक्रवार देर रात X पोस्ट कर घटना को दुखद बताते हुए अपराधियों पर कठोर एक्शन लेने की बात कही, तो मंत्री मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने PCC चीफ दीपक बैज के साथ आरोपी सुरेश चंद्राकर की फोटो दिखाते हुए आरोपी को कांग्रेस का पदाधिकारी बताया और अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया, तो बीजेपी प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने भी आरोपी के कांग्रेस कनेक्शन पर गंभीर सवाल पूछे और अपराधियों के खिलाफ कठोर एक्शन लेने का दावा किया।
Mukesh Chandrakar Murder Case : बीजेपी के आरोपों पर PCC चीफ दीपक बैज ने पलटवार करते हुए आरोपी के साथ कांग्रेस कनेक्शन को खारिज किया और सरकार को अपराध रोकने की नसीहत दी।
बीजापुर में पत्रकार की हत्या के मामले में पुलिस लगातार एक्शन में है। अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच के लिए SIT गठित कर दी गई है। आरोपियों की संपत्ति पर प्रशासन ने बुलडोजर भी चलाया। इन सबके बीच हत्या के आरोपी सुरेश चंद्राकर की PCC चीफ दीपक बैज के साथ तस्वीर सामने आने के बाद बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है..और सवाल पूछ रही है कि, अपराधियों के साथ कांग्रेस का ये रिश्ता क्या कहलाता है? तो क्या बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के पीछे कोई सियासी कनेक्शन है? क्या मुकेश चंद्राकर हत्याकांड के संदिग्धों का कांग्रेस से कोई संबंध है?