Reported By: Ramesh Sharma
,Extinct Medicinal Plants
पत्थलगांव। Extinct Medicinal Plants: जशपुर जिले के जंगलों से विलुप्त हो रहे औषधीय गुण के पौधों को बचाने के लिए वन विभाग की पहल से न केवल अवैध कटाई पर विराम लगा है। बल्कि अब ग्रामीण महिला भी हरियाली बचाने के काम में जुड़ने लगी है। सोगड़ा जंगल में वन विभाग व्दारा काफी बड़ी संख्या में औषधीय पौधे रोपे जाने के बाद बगीचा का कैलाशगुफा और खुड़ियारानी जैसे दूरस्थ क्षेत्र की ग्रामीण महिला औषधीय गुण के पौधों का विस्तार कर रही है। यहां की ग्रामीण महिलाएं औषधि गुण के पौधों को बचाने के साथ वनों की सुरक्षा में भी बढ़ चढ़कर सहयोग कर रही हैं।
जशपुर वन मंडल अधिकारी जितेन्द्र उपाध्याय के अनुसार यहां औषधीय पौधों के लिए अनुकूल जलवायु होने के कारण वन विभाग ने सोगड़ा जंगल में औषधीय महत्व वाले सतावर, सर्पगंधा,आंवला, हर्रा के एक लाख से अधिक पौधे रोपे हैं। औषधीय गुण वाले इन पौधों की देखरेख में आसपास के ग्रामीणों का भी अच्छा सहयोग मिला है।
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Extinct Medicinal Plants: बगीचा क्षेत्र में गायत्री परिवार से जुड़ी मुक्तादेवी यादव ने बताया कि यहां कैलाशगुफा, खुड़िया रानी गुफा तथा अन्य जंगलों में औषधीय गुणों वाले पौधे काफी मात्रा में उपलब्ध हैं। यहां आसपास की महिलाओं को जागरूक करने से वे इन जंगलों की देख रेख कर रही हैं। महिलाओं के सहयोग से जंगलों में अवैध कटाई पर विराम लगने के साथ वनौषधियों का भी संरक्षण होने लगा है।