Congress adhiveshan 2023 in Raipur: रायपुर। छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में आज से कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन शुरू होने जा रहा है। बीते दिन से ही देशभर से कांग्रेसियों का जमावड़ा रायपुर में लग चुका है। कांग्रेस का 85वां राष्ट्रीय महाधिवेशन 24 से 26 फरवरी तक नवा रायपुर में होगा। उससे पहले आपको बताते है कि कांग्रेस का पहला अधिवेशन कब और कहां हुआ था और इस अधिवेशन में कौन-कौन दिग्गज शामिल हुए थे।
Congress adhiveshan 2023 in Raipur: कांग्रेस का गठन 138 साल पहले 28 दिसंबर 1885 में हुआ था। पहले अधिवेशन में 72 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। कांग्रेस का पहला अधिवेशन स्थापना के तत्काल बाद 1885 में मुंबई में हुआ, जिसमें व्योमेशचंद्र बेनर्जी अध्यक्ष बने। इस बार 12 हजार से अधिक शामिल होंगे। राज्य निर्माण के बाद कांग्रेस के अधिवेशनों में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधत्व बढ़ा है। पिछली बार वर्ष 2018 में कांग्रेस का 84वां अधिवेशन नई दिल्ली में आयोजित हुआ था, जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बतौर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शामिल हुए थे।
Congress adhiveshan 2023 in Raipur: राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि और राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। पिछले अधिवेशन में 261 पीसीसी प्रतिनिधि और 49 एआइसीसी प्रतिनिधि शामिल हुए थे। जानकारी के अनुसार 28 दिसंबर 1885 को कुछ बुद्धिजीवियों ने भारत के लोगों की जरूरतों उनकी समस्याओं के विमर्श के लिए एक मंच की जरूरत महसूस की। 17 सदस्यों ने कांग्रेस की स्थापना की, जिसमे एओ ह्यूम, दादाभाई नौरोजी, व्योमेश चंद्र बेनर्जी, दिनशा वाचा प्रमुख थे। गठन से लेकर भारत की आजादी तक कांग्रेस के लगभग 15 मिलियन सदस्य बन गए थे। 1915 में महात्मा गांधी के भारत आगमन के बाद उन्हें कांग्रेस की अध्यक्षता सौंपी गई। 1919 में गांधी कांग्रेस के प्रतीक पुरुष बन गए। इसके बाद कांग्रेस ने देश भर में अंग्रेजी हुकूमत के अत्याचारों के खिलाफ जन आंदोलनों को खड़ा करना शुरू किया। आजादी की लड़ाई में कांग्रेस किसी एक वर्ग की नहीं बल्कि संपूर्ण भारत की अगुवाई कर रही थी।
Congress adhiveshan 2023 in Raipur: कांग्रेस का पहला अधिवेशन स्थापना के तत्काल बाद 1885 में मुंबई में हुआ, जिसमें व्योमेशचंद्र बेनर्जी अध्यक्ष बने।कांग्रेस का 40 वें अधिवेशन 1924 में बेलगांव में हुआ, जिसमें महात्मा गांधी अध्यक्ष बने थे। 1929 के 46 वें अधिवेशन, लाहौर अधिवेशन में पं. जवाहर लाल नेहरू अध्यक्ष बने थे। कांग्रेस का 52वां अधिवेशन 1938 में हरिपुर तथा 1939 को त्रिपुरी मध्यप्रदेश के अधिवेशन में नेताजी सुभाषचंद्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष बने।
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