रायपुरः 8 दिसंबर 2021 ये तारीख अब एक भीषण और दुखद हादसे के लिए याद रखी जाएगी। बुधवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे तमिलनाडु के कुनूर में सेना का हेलीकॉप्टर Mi-17 V5 अपनी लैंडिग के पहले क्रैश हो गया। इस दुखद हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 सैन्य अफसरों की मौत हो गई…इस दुर्घटना से सारा देश स्तब्ध रह गया। दोपहर से ही कयासों, शंकाओं और कुछ सवालों में देशवासी उलझे रहे, लेकिन शाम ढलते-ढलते जब एयरफोर्स की तरफ से ट्वीट कर ये कंफर्म किया गया कि जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हुई है तो सारे देश में दुख का माहौल बन गया। देश अपने असाधारण योद्धा जनरल रावत को याद कर नमन कर रहा है।
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तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों में बुधवार दोपहर 12:20 बजे सेना का Mi-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश हो। घने जंगलों में हुए इस हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई। हेलिकॉप्टर सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन जा रहा था। जो कि लैंडिंग स्पॉट से महज 10 किलोमीटर दूर क्रैश हो गया। इस एयरक्राफ्ट पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत सेना के 13 अफसर सवार थे। जनरल रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी हेलिकॉप्टर पर सवार थीं। शाम होते-होते भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कुल 13 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी।
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इधऱ, इस गंभीर दुर्घटना के बाद दिल्ली में तेजी से हलचल बढ़ीं…रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को इस हादसे की जानकारी दी। जिसके बाद फौरन एक आपात बैठक बुलाई गई। बैठक खत्म होते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली स्थित जनरल रावत के घर उनके परिवार से मिलने पहुंचे। बाद में सेना प्रमुख जनरल नरवणें भी CDS बिपिन रावत के घर पहुंचे। अचानक हुए इस गंभीर हादसे के बाद बने हालात पर शाम को प्रधानमंत्री आवास पर CCS की आपात बैठक बुलाई गई।
जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थें। जन्होंने 1 जनवरी 2020 को CDS का पद संभाला। रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख के पद पर रहे। रावत के निधन पर देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियो ने हादसे पर दुख जताते हुए श्रद्धांजलि दी।
इस गंभीर हादसे से देश स्तब्ध है, दुखी है। इस हादसे ने एक बार फिर कई सवालों और शंकाओँ ने बल दिया है। जाहिर है जिस एयरक्राफ्ट में देश के CDS सवार हुए। उसकी उडान से पहले सभी प्रोटोकॉल्स और सेफ्टी मेजर को पुख्ता किया गया होगा। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि इतना सुरक्षित और भरोसेमंद एयरक्राफ्ट आखिर कैसे क्रैश हुआ?