Publish Date - January 22, 2025 / 01:50 PM IST,
Updated On - January 22, 2025 / 02:39 PM IST
रायपुरः Vijay Sharma got angry at Leader of Opposition नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई के बीच छत्तीसगढ़ में सियासत भी खूब गर्म हो रही है। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत यह कहकर भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं कि बस्तर से नक्सलवाद खत्म होने के बाद उद्योगपतियों को न सौंपे। उनके इस बयान को लेकर प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की वही राग लग रही है, जो नक्सली अलाप रहे हैं।उद्योगपतियों के लिए जगह बना रहे हैं। ऐसी ही बात नक्सली कहते हैं । देश के कई जगहों पर भी उद्योगपति है तब क्या हो गया? आखिर बस्तर में ही उद्योगपतियों को लेकर क्यों बात होती है। बस्तर में कई जगह लोग आज भी मोबाइल-TV नहीं देखे हैं।
Vijay Sharma got angry at Leader of Opposition इससे पहले चरणदास महंत के बयान पर रमन सिंह ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा कि बस्तर में एक भी उद्योग हो तो कांग्रेस नाम बता दें। वहां सिर्फ छोटे-छोटे कुटीर उद्योग या पीएसयू प्लांट हैं। मैं बड़े जोर से बोलता हूं कि प्लांट आने चाहिए। छत्तीसगढ़ सिर्फ मिनिरल पत्थर नहीं बेचेगा। हमारा प्रदेश वैल्यू एडिशन स्टेट बनना चाहिए। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
बता दें कि प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद से नक्सलियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। अब तक 260 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं। वहीं 1000 से ज्यादा माओवदियों के पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 870 नक्सलियों ने आत्मसर्मपण किया है।
विजय शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष पर क्यों गुस्सा दिखाया?
विजय शर्मा ने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के बस्तर में उद्योगपतियों को लेकर दिए बयान पर गुस्से का इज़हार किया। उनका कहना था कि महंत का बयान नक्सलवादियों के जैसे ही है, जो बस्तर में उद्योगपतियों के खिलाफ प्रचार करते हैं।
क्या बस्तर में उद्योगपतियों के लिए जगह बनानी चाहिए?
बस्तर में उद्योगपतियों के लिए जगह बनाने का मुद्दा छत्तीसगढ़ की सियासत में गर्म है। डिप्टी सीएम और गृहमंत्री ने इसे सही ठहराया है, जबकि विपक्षी नेता इसे नकारात्मक दृष्टिकोण से देख रहे हैं।
बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं?
छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है, जिसमें 260 से अधिक नक्सलियों का मारा जाना और 1000 से अधिक माओवादियों की गिरफ्तारी शामिल है।
चरणदास महंत ने अपने बयान में क्या कहा था?
चरणदास महंत ने कहा था कि बस्तर से नक्सलवाद खत्म होने के बाद उद्योगपतियों को यहां का कब्जा नहीं सौंपना चाहिए।
बस्तर में उद्योगपतियों का आना क्यों जरूरी है?
रमन सिंह ने बस्तर में उद्योगपतियों के आने की बात की है, ताकि प्रदेश में सिर्फ खनिज नहीं बल्कि वैल्यू एडिशन इंडस्ट्रीज भी आए और स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके।