बिलासपुर, 16 दिसंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश सरकार बिलासपुर शहर को कीरतपुर और मनाली के बीच चार लेन वाली सड़क से जोड़ने के लिए गोविंद सागर झील के नीचे सुरंग बनाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया कि सुरंग लुहणू मैदान से चार लेन वाली सड़क तक बनाई जाएगी।
मंत्री ने कहा कि अगर यह योजना सफल होती है तो यह न केवल बिलासपुर शहर के लिए जीवन रक्षक साबित होगी बल्कि झील के अंदर बनने वाली देश की पहली सुरंग भी होगी। हिमाचल प्रदेश के ऊना और बिलासपुर जिलों में फैला गोविंद सागर झील जलाशय लगभग 56 किलोमीटर लंबा और तीन किलोमीटर चौड़ा है।
कीरतपुर-मनाली चार लेन सड़क बनने के बाद बिलासपुर शहर का मुख्य सड़क से संपर्क टूट गया है, जिस वजह से यहां आर्थिक गतिविधियां धीमी पड़ गई हैं।
सुरंग बनने से व्यापारियों और उद्योगपतियों को भी नई राह मिलेगी।
पानी के नीचे बनने वाली यह सुरंग न केवल शहर को चार लेन वाली सड़क से सीधे जोड़ेगी बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगी।
उन्होंने कहा कि अगर सुरंग निर्माण की संभावनाएं हैं तो इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए जर्मनी से विशेषज्ञ और सलाहकार नियुक्त किए जाएंगे।
मंत्री ने कहा कि सुरंग का निर्माण जर्मनी की उन्नत ‘इमर्शन’ सुरंग तकनीक और सुरंग बोरिंग मशीन से किया जाएगा।
‘इमर्शन’ सुरंग तकनीक में सुरंग के कुछ हिस्से जमीन पर बनाकर झील के नीचे लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना में उन्नत एवं टिकाऊ जर्मन तकनीक का प्रयोग किया जाएगा जो बिलासपुर, धर्माणी के पुनरुद्धार की कहानी लिखेगा।
भाषा जितेंद्र धीरज
धीरज