रायपुर, 10 सितंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में रविवार से भारी बारिश होने के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। राज्य के दक्षिण क्षेत्र के बस्तर संभाग में जिला प्रशासन को बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए सतर्क रहने के लिए कहा गया है तथा राहत उपाय शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि बस्तर संभाग के बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जिले इस मानसून के दौरान बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। जिलों में मूसलाधार बारिश जारी है तथा कई छोटी नदी और नाले उफान पर हैं। क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हुआ है।
उन्होंने बताया कि बस्तर क्षेत्र के निवासी तथा राज्य के वन मंत्री केदार कश्यप ने सोमवार को इन चार जिलों के कलेक्टरों और राजस्व अधिकारियों से प्रभावित इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन के सभी उपायों के साथ तैयार रहने को कहा है।
अधिकारियों ने बताया कि बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में भारी बारिश हुई है जहां कई घरों और फसलों को नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने बताया कि मंत्री ने अधिकारियों को सभी जिला मुख्यालयों और तहसीलों में आपदा प्रबंधन केंद्रों को 24 घंटे सक्रिय रखने और बरसात के मौसम में मौसमी बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपाय करने का भी निर्देश दिया है।
अधिकारियों को बांधों व जलाशयों में जल स्तर की नियमित निगरानी करने का निर्देश दिया गया है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में 100 से अधिक गांव जिला मुख्यालयों से कट गए हैं तथा इन स्थानों पर दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। उनके मुताबिक, बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस कर्मियों के दलों को तैनात किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण सुकमा जिले में कई निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है जहां राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर कई जगहों पर सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है। जिला प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त सड़कों को पार करने में लोगों की सहायता के लिए होमगार्ड के जवानों को मोटर बोट के साथ तैनात किया है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ ग्रस्त चिंतलनार गांव के निवासियों को सोमवार को होमगार्ड के जवानों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
अधिकारी ने बताया कि दंतेवाड़ा में, दंतेवाड़ा-कटेकल्याण, दंतेवाड़ा-सुकमा और दंतेवाड़ा-बीजापुर सड़कों पर परिवहन बाधित हो गया है, क्योंकि इन मार्गों पर पुलिया और नालों के ऊपर पानी बह रहा है।
उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ, राज्य पुलिस और होमगार्ड के जवान बचाव कार्य में लगे हुए हैं तथा पिछले कुछ दिनों से अन्य जिले रायपुर, कबीरधाम, बालोद और राजनांदगांव में भी भारी बारिश हुई है।
अधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अधिकारियों के साथ सहसपुर लोहारा विकासखंड के खोलवा और सिंघनपुरी गांवों का दौरा किया।
शर्मा ने स्थिति का जायजा लिया और कलेक्टर को राहत तथा बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
इस बीच, रायपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार को पूर्वानुमान जताया कि अगले 24 घंटे में राज्य के मुंगेली, बालोद, कबीरधाम, राजनांदगांव और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है जबकि दुर्ग, बेमेतरा, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और बीजापुर जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
राज्य के राजस्व विभाग के अनुसार, इस साल एक जून से अब तक छत्तीसगढ़ में 1050.8 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है। सबसे अधिक 2263.3 मिमी बारिश बीजापुर जिले में दर्ज की गई, जबकि बेमेतरा जिले में इस दौरान सबसे कम 537.0 मिमी औसत बारिश हुई है।
भाषा सं संजीव नोमान
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